लखनऊ। योगी आदित्यनाथ मंत्रिपरिषद का विस्तार रक्षातबंधन यानी रविवार के बाद होगा। उसी दौरान विधान परिषद के 4 सदस्यों का मनोनयन भी होगा। गुरुवार रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मंत्रिपरिषद विस्तार और मनोनयन पर मुहर लगी। उम्‍मीद है कि नए मंत्रिपरिषद विस्‍तार में 5 से 6 नए चेहरों को शामिल किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक मंत्री बनने की दौड़ में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष लक्ष्‍मीकांत वाजपेयी, हाल में कांग्रेस से भाजपा में आए जितिन प्रसाद, निषाद पार्टी के अध्‍यक्ष संजय निषाद और एमएलसी विद्यासागर सोनकर शामिल हैं।

मंत्रिपरिषद में अभी कुल 53 मंत्री हैं। इनमें 23 कैबिनेट, 9 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 21 राज्यमंत्री हैं। मानक के अनुसार कुल 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। 

विधानमंडल का मानसून सत्र समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार शाम दिल्ली पहुंचे। दूसरी तरफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा कर दिल्ली पहुंच गए। अमित शाह के निवास पर रात 8 बजे शुरू हुई बैठक में मंत्रिपरिषद विस्तार और विधान परिषद सदस्यों के मनोनयन पर मंथन हुआ।

सूत्रों के मुताबिक आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सामाजिक समीकरण साधने के लिए कुछ नए चेहरों को मंत्रिपरिषद में शामिल करने पर सहमति बनी है। विधान परिषद में 4 सदस्यों का मनोनयन भी किया जाना है। इनमें संजय निषाद, जितिन प्रसाद, लक्ष्मीकांत वाजपेयी सहित अन्य दावेदार कतार में है।

जानकारी के मुताबिक संजय निषाद के साथ ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर भी चर्चा हुई है। ओबीसी आरक्षण को लेकर राज्यों को मिले अधिकार तहत प्रदेश की कुछ सामान्य जातियों को ओबीसी में आरक्षण दिया जा सकता है।

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