बरेली। केंद्र सरकार के विज्ञान एवं औद्योगिक अनुसंधान विभाग से संबद्ध इन्क्लेन ट्रस्ट इंटरनेशनल और एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज के बीच गुरुवार को समझौता पत्र (मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग, एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देव मूर्ति की मौजूदगी में एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज की ओर से डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन आदित्य मूर्ति और इन्क्लेन की ओर से एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ नरेंद्र कुमार अरोरा ने एमओयूपर हस्ताक्षर किए। दोनों ने उम्मीद जताई कि इससे एसआरएमएस में अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही दवाइयों और वैक्सीन के ट्रायल से मरीजों को भी लाभ होगा।

डॉ अरोरा ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्विस में सर्वश्रेष्ठ होने की वजह से हमने यहां रिसर्च को बढ़ावा देने और नई वैक्सीन के साथ दवाइयों के ट्रायल के लिए एसआरएमएस को चुना है। विश्व के 34 देशों में काम कर रहे इन्क्लेन का काम सभी तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना और अपने से संबद्ध संस्थानों में फैकल्टी को प्रशिक्षित कर उन्हें नई चुनौतियों के लिए तैयार करना है। एसआरएमएस मेडिकल कालेज से संबद्ध होने के बाद हम यहां रिसर्च, क्षमता निर्माण, मरीजों की देखभाल, पॉलिसी और प्रोग्राम डेवलपमेंट को बढ़ाने पर काम करेंगे। हमारी पार्टनरशिप एक दूसरे की क्षमताओं और प्रभाव को बढ़ाने का काम करेगी। हम पश्चिमी उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य जरूरतों को ध्यान में रख कर साध्य और असाध्य रोगों पर रिसर्च, उनकी दवाइयों के क्लीनिकल ट्रायल के साथ हेल्थ सिस्टम और जनस्वास्थ्य को बेहतर बनाने का काम करेंगे। महामारी विज्ञान, क्लीनिकल पीडियाट्रिक, जेरियाट्रिक्स पर भी फोकस कर प्रोजेक्ट बनाए जाएंगे।

आदित्य मूर्ति ने कहा कि 34 देशों में स्वास्थ्य सेवाओं में सक्रिय संस्था इन्क्लेन इंटरनेशनल के साथ एमओयू सापर हस्ताक्षर होना हमारे लिए बड़ा दिन है। इससे हम मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दे पाएंगे।

इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसबी गुप्ता, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ.आरपी सिंह, डॉ पियूष अग्रवाल, डॉ रोहित शर्मा, डॉ तारिक, डॉ स्मिता गुप्ता, डॉ पीएल प्रसाद, डॉ सुजाता और डॉ शरद जौहरी भी मौजूद रहे।

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