बरेली। भाजपा विधायक की बेटी साक्षी मिश्रा के साथ अंतरजातीय प्रेम विवाह कर चर्चा में आए अजितेश कुमार को शनिवार सुबह प्रेमनगर थाना पुलिस ने मारपीट और अपहरण की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अजितेश की गिरफ्तारी के बाद थाने पहुंची साक्षी ने अजितेश को झूठे मामले में फंसाए जाने का आरोप लगाया लेकिन पुलिस का कहना है कि उसके पास सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य साक्ष्य मौजूद हैं। अजितेश को इसी साल मई में भी मारपीट के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया था।

वर्ष 2019 में मुरादाबाद जिले के कटघर निवासी अमित मिश्रा ने प्रेमनगर थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि वह बरेली में एक कंपनी में एमआर है। प्रेमनगर स्थित एक होटल में अजितेश समेत कुछ लोगों ने उस पर हमला किया और अपहरण करने की कोशिश की। इस मामले में पुलिस चार हमलावरों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी चार्जशीट लगा चुकी है। अमित मिश्रा ने तीन माह पहले एडीजी को प्रार्थना पत्र देकर इस मामले में अजितेश पर भी कार्रवाई की मांग की थी। एडीजी के निर्देश पर प्रेमनगर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और बयानों के आधार पर मुकदमे में अजितेश का नाम खोला था। इसके बाद से पुलिस मामले में अजितेश की तलाश कर रही थी। शनिवार सुबह पुलिस ने अजितेश को उसके वीर सावरकर नगर स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया।

अजितेश की गिरफ्तारी के बाद पुलिस प्रेमनगर थाने पहुंची तो उसकी पत्नी साक्षी मिश्रा भी पीछे-पीछे वहां पहुंच गईं। दुधमुंहे बच्चे को गोद में लेकर थाने पहुंची साक्षी काफी परेशान दिख रही थी। पुलिस जब अजितेश को अदालत ले गई तो साक्षी बेटे के साथ वहां भी पहुंच गईं। तीन महीने पहले ही साक्षी ने बेटे को जन्म दिया था। इसकी जानकारी खुद अजितेश ने फेसबुक साझा की थी। 

इससे पहले लॉकडाउन के दौरान मई में अजितेश को सरेराह छात्र को पीटने के मामले में जेल भेजा जा चुका है। इम मामले में दीपांशु नामक युवक ने अजितेश व उसके साथी वैभव गंगवार पर गाली-गलौज और मारपीट करने का आरोप लगाया था।

कौन हैं साक्षी मिश्रा-अजितेश कुमार

बरेली जिले के एक भाजपा विधायक की बेटी साक्षी मिश्रा ने पिछले साल 3 जुलाई को घर से भागकर अजितेश कुमार के साथ अंतरजातीय प्रेम विवाह किया था। बाद में दोनों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर परिवार के लोगों से अपनी जान को खतरा जताया था। साक्षी ने पुलिस से अपनी व पति अजितेश की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। साक्षी ने कई टीवी न्यूज चैनलों दी गई बाइट में अपने परिवार पर कई आरोप लगाए थे। हाईकोर्ट के आदेश पर दोनों को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। करीब तीन महीने तक दोनों अन्य शहरों में रहने के बाद बरेली लौटे थे।

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