Bareillylive : अखिल भारतीय पुजारी महासंघ द्वारा आज एक भव्य वैदिक सनातन संगोष्ठी का आयोजन बदायूं रोड स्थित दिशा पैलेस बारात घर में किया गया। वैदिक सनातन संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि कथा व्यास पण्डित सतेंद्र मोहन शास्त्री ने भगवान श्री परशुराम जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं बाल वटुको द्वारा मंगलाचार स्वस्तिवाचन के साथ किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के संस्थापक अध्यक्ष पण्डित विष्णुदेव पाठक द्वारा और संचालन पण्डित डाॅ गोविंद दीक्षित जी एवं पण्डित मोनू पाण्डेय द्वारा किया गया। वैदिक सनातन संगोष्ठी में बरेली महानगर के विभिन्न क्षेत्रों से आए धर्माचार्यों, मंदिरों के पुजारियों, महंतो एवं पुरोहितों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया और सनातन वैदिक परंपरा के उत्थान एवं संगठन विस्तार पर महत्त्वपूर्ण चर्चा की एवं सनातन धर्म की रक्षा के लिए एकजुटता का संदेश दिया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि कथा व्यास पण्डित सतेंद्र मोहन शास्त्री ने सनातन धर्म के अस्तित्व एवं सकारात्मक संदेशों पर गंभीरता से प्रकाश डाला एवं महानगर संगठन के नए पदाधिकारियों को मनोनयन पत्र व पटका पहनाकर माल्यार्पण कर स्वागत किया।

साथ ही महानगर कार्यकारिणी की घोषणा की गई जिसमे महानगर अध्यक्ष पण्डित प्रमोद पाण्डेय, महानगर मीडिया प्रभारी पण्डित सचिन पाठक, महानगर उपाध्यक्ष पण्डित पवन पाठक, पण्डित हिमांशु मिश्रा, पण्डित संदेह शुक्ला, पण्डित अमर शर्मा, महानगर सचिव पण्डित आशीष शर्मा, महानगर संगठन मंत्री पण्डित श्रवण द्विवेदी, महानगर सह संगठन मंत्री पण्डित अनुपम पाण्डेय, पण्डित अम्बरीश मिश्रा तथा महानगर प्रवक्ता के पद पर पण्डित विश्वपाल को नियुक्त किया गया। संगोष्ठी के अध्यक्षीय संबोधन में संघ के संस्थापक अध्यक्ष पण्डित विष्णुदेव पाठक ने अखिल भारतीय पुजारी महासंघ की आज के समय में क्यों आवश्यकता है एवं महासंघ किन उदेश्यों के साथ पुजारियों, महंतों, धर्माचार्यों, पुरोहितों के उत्थान के लिए कार्य कर रहा है इस पर विस्तार से प्रकाश डाला। संगोष्ठी के अंत में अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के महामंत्री पण्डित मोनू पाण्डेय ने आए हुए समस्त सम्मानित पुजारीयों, महंतों, धर्माचार्यों, पुरोहितों सभी का आभार प्रकट किया। संगोष्ठी के समापन के पश्चात सभी ने साथ मिलकर मां अन्यपूर्णा का ध्यानकर भोजन मंत्रों उच्चारण कर सुस्वाद भोजन प्रसादी ग्रहण कर सहभोज किया। संगोष्ठी में मुख्य रूप से पंडित विष्णु शर्मा, पण्डित मोनू पाण्डेय, पण्डित प्रमोद पाण्डेय, पण्डित देवेंद्र मिश्रा, पण्डित रत्नेश पाण्डेय (सी ए), पण्डित सचिन पाठक, शैलेंद्र मिश्रा, पण्डित मयंक शंखधार, पण्डित पंकज उपाध्याय, पण्डित रोहित शर्मा, पण्डित शिवशंकर शंखधार, पण्डित तपन शर्मा, पण्डित श्रवण द्विवेदी, पण्डित विपिन शर्मा आदि ने भी उपस्थित रह कर अपने विचार रखे।

error: Content is protected !!