बरेली लाइव न्यूज नेटवर्क, फरीदपुर (बरेली)। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (जीआईटीआई) में अवैध वसूली को लेकर छात्र-छात्राओँ का गुस्सा शुक्रवार को भड़क गया। उन्होंने तहसीलदार को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की और चेतावनी दी यदि जांच नहीं हुई तो धरना दिया जाएगा।
जीआईटीआई के विद्यार्थियों का आरोप है कि कुछ अध्यापक विद्यार्थियों से तीन हजार रुपये तक अवैध रूप से वसूल रहे हैं जिसका कोई भी शासनादेश नहीं है। आरोप है कि अवैध वसूली का विरोध करने पर शिक्षकों द्वारा बदसलूकी एवं अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। इस मामले में समाजवादी छात्र सभा के नेता एवं आईटीआई के छात्र अजीत यादव, सुधांशु उपाध्याय, रिचा वर्मा, कोमल गौतम, शीतल गुप्ता, अमित मौर्या, अर्जुन मौर्या, अमित सहित दर्जनों विद्यार्थी तहसीलदार विनोद कुमार चौधरी से मिले और ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की।
इस दौरान मनोनीत सभासद सुचिंद्र कश्यप, सत्यम गौड़ ने तहसीलदार से प्रकरण की जांच कर आरोपी अध्यापकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की और कहा कि छात्रों से अवैध वसूली और अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाए। सत्यम गौड़, अजीत यादव ने कहा अगर प्रकरण की जांच नहीं हुई तो छात्र-छात्राएं धरना देंगे।
इस बारे में बात करने पर आईटी एंड फिटर अध्यापक बृजेश कुमार का कहना था कि उन्होंने एक पत्र पर लिखकर सभी छात्र-छात्राओँ को दिया है और उस प्रार्थना पत्र पर 1700 रुपये लेने का प्रमाण भी दिया है। उन्होंने कोई भ्रष्टाचार या अवैध कार्य नहीं किया है। ये सभी रुपये उन्होंने बरेली में जमा किए हैं।
दूसरी ओर एक छात्र नेता से बात करने पर उसने कहा कि कि छात्र-छात्राओँ से अलग-अलग राशि ली जा रही है। 3000 रुपये तक की वसूली हो रही है। यदि छात्र रुपये नहीं देते हैं तो उनके मारपीट और फेल करने तक की चेतावनी दी जाती है। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
यहां यह बता दें कि तहसीलदार को ज्ञापन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के शिक्षकों के खिलाफ न देकर डाइट जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के शिक्षकों के खिलाफ दिया गया है।
फरीदपुर से अमित तोमर की रिपोर्ट