बरेली। गाजियाबाद की डासना पीठ के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती और उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के खिलाफ शुक्रवार को बरेली की सड़कों पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग विभिन्न मस्जिदों से सीधे इस्लामियां कॉलेज के मैदान पर पहुंचे। नाराज लोगों में यति नरसिंहानंद सरस्वती और वसीम रिजवी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जमात रजा मुस्तफा की अगुवाई में हुए इस प्रदर्शन में भारी भीड़ जुटी। राष्ट्रपति को संबोधित छह सूत्रीय ज्ञापन एसएसपी और एडीएम को सौंपा गया। 

जमात रजा मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खां कादरी ने कहा कि पैगंबरे इस्लाम की शान में महंत नरसिंहानंद ने गुस्ताखी की है। करोड़ों मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन पैगंबरे इस्लाम की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं कर सकता है। मुसलमानों ने इस प्रदर्शन के जरिए यह दिखा दिया है कि वे खामोश नहीं बैठेंगे।

इससे पहले शहर और आसपास की मस्जिदों तथा दरगाह आला हजरत से पैदल मार्च करते हुए हजारों लोग इस्लामियां ग्राउंड पहुंचे। जुमे की नमाज के बाद अचानक भीड़ बढ़ने की वजह से कुतुबखाना, जिला परिषद आदि इलाकों में जाम जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।

 

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