शरद सक्सेना, आंवला (बरेली)। आसमान से बरसती आग, चेहरे पर पड़ते गर्म लू के थपेड़े के बीच लोग मजबूरी में ही घरों से निकलते हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरत होती है ठण्डे पानी की। अगर आपको ठण्डा पानी चाहिए तो उसे खरीदना ही पड़ेगा। बरेली लाइव ने सर्वे किया तो देखा कि पालिका द्वारा ठण्डे पानी के लिए लगायी गयीं ठण्डे पानी की मशीनें जंग खा रही हैं और पूरी तरह ठप हैं। ठण्डा तो दूर इनमें पानी के ही दर्शन नहीं होते। इसके बावजूद जन सरोकारों से इतर जिम्मदारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
जैसे-जैसे गर्मी परवान चढ़ रही है, सूरज अपनी तपिश पूरे वेग से धरती पर फेंक रहा है। मानों ठान ही लिया है कि बख्शेगा नहीं। प्रचंड गर्मी के इस मौसम में दो घूंट ठण्डा पानी मिल जाये तो लगता है अमृत मिल गया। इस गर्मी में दोपहर होते-होते बाजार सूने हो जाते हैं। लोग घरों में दुबक जाते हैं। राहगीरों को राहत देने के लिए कुछ लोग प्याऊ लगवा रहे हैं। लेकिन जनसुविधा के लिए जिम्मेदारों को न जनता से कोई सरोकार प्रतीत नहीं हो रहा है।
कुछ वर्ष पूर्व नगर पालिका परिषद ने नगर में वाटर कूलर्स यानि ठण्डे पानी की मशीनें लगवायी थीं। उनसे ठंडा तो दूर पानी ही नहीं आ रहा है।
पालिका द्वारा कुछ वर्ष पूर्व नगर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों रोडवेज बस स्टैंड, पुरैना तिराहा, मंदिर, मस्जिद, विभिन्न चौराहों अस्पतालों व भीड़भाड़ वाले इलाकों में करीब एक दर्जन से अधिक ठंडे पानी की मशीनें लगवाई थीं। उद्देश्य था कि भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप में राहगीरों व आमजन को ठंडा व शुद्ध पेयजल मिल सके। वर्तमान में हालात ये हैं कि मई की इस प्रचण्ड गर्मी में भी ये मशीनें बंद पड़ी हैं। ये सभी मशीनें पूरी तरह ठप हैं और जंग खा रही हैं।
शीघ्र ही ठण्डा पानी देगीं मशीनें : संजीव सक्सेना
चेयरमैन संजीव सक्सेना ने इस मुद्दे पर कहा कि पिछले चेयरमैन द्वारा नगर में जो ठंडे पानी की मशीनें लगवाई गई थीं वे लोकल थीं। वे बहुत ही जल्दी खराब हो गई। हमने पिछले वर्ष भी इनको ठीक कराया था। यह फिर खराब हो गई हैं। इनको शीघ्र ही ठीक कराकर लोगों को ठंडा पानी मुहैया कराया जाएगा। पिछले उनदिनों नगर में जो बोरिंग कराए गये थे वह भी कम गहरे थे। हम अब अधिक गहरे बोरिंग कराकर जनता को पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से दे रहे हैं।
बोले- आबिद अली हमने मशीनें लगवायीं लेकिन चेयरमैन मेण्टेनेन्स भी नहीं करा सके
पूर्व पालिकाध्यक्ष सैयद आबिद अली का कहना है कि वर्तमान चेयरमैन तो भ्रश्टाचारी ईओ के स्वागत में मस्त हैं। उनको जनता की समस्याओं से कुछ लेना देना नहीं है। हमारे समय में दर्जनों वाटरकूलर ठंडे पानी के प्याऊ लगाए गए थे। जिससे राहगीरों को शुद्ध व ठंडा पानी मिल सके। उन मशीनों का मेण्टेनेन्स तक यह चेयरमैन नहीं करा सके।