advocates on strike on aonlaआंवला (बरेली)। लूट के एक मामले में एक अधिवक्ता को उठा लेने से क्षेत्र के वकीलों में आक्रोश फैल गया। सोमवार को आंवला के अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। आक्रोशित अधिवक्ता थाने पहुंचे और घेरावकर विरोध दर्ज कराया। मामला तूल पकड़ता देख पुलिस बैकफुट पर आ गयी। बाद में थाना पुलिस ने कहा कि अधिवक्ता को केवल सहयोग के लिए बुलाया था। इस बीच नगर पालिकाध्यक्ष संजीव सक्सेना ने भी पुलिस की कार्यशैली की आलोचना की है। बता दें कि रविवार की रात करीब पौने नौ बजे दावत में जा रहे कुछ युवकों से अज्ञात लुटरों ने मोबाइल और कुछ नकदी लूट ली थी।

थाना क्षेत्र के ग्राम डरूआपुर निवासी रिंकू पटेल ने बताया कि वह रविवार की रात में अपने एक रिश्तेदार के यहां दावत में जा रहे थे। गांव से निकलते ही भीकम के खेत के समीप खड़े तीन अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी मोटर साईकिल मे डंडा मारकर रोक लिया। इनमें से एक व्यक्ति ने तमंचा तान दिया तथा अन्य दो उनकी तलाशी लेने लगे। जेब में रखे 25 सौ रूपये और मोबाइल छीन लिया। युवक ने बताया कि उसके साथ में बैठे योग से चार हजार रुपये और अन्य साथी सुनील से मोबाइल छीन लिया। इस तरह लूटकर वे लोग वहां से भाग गए। लुटने के बाद हमने जैसे तैसे डायल-100 को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों की तलाश में काफी देर तक काम्बिंग की, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। हारकर पुलिस अधिकारी लौट गये।

अधिवक्ता ने लगाया पुलिस पर जबरन उठाने का आरोप

वहीं इस मामले में अतरछेड़ी के निवासी और प्रधान पुत्र अधिवक्ता अतुल कुमार सिंह का आरोप है कि देर रात पुलिस ने उन्हें उनके आवास से उठा लिया। अतुल ने उच्चाधिकारियें को प्रार्थना पत्र भेजकर बताया कि बीती रात वह अपने आवास पर सो रहे थे कि थाने से पुलिस आई और उनको जबरन उठाकर ले गई। उनसे लूट की घटना के विषय में जानकारी मांगी। उन्होनें बताया कि वह पेशे से अधिवक्ता तथा बार ऐसोसिएशन के पदाधिकारी भी हैं। पुलिस द्वारा इस प्रकार के व्यवहार से उनके सम्मान को ठेस पहुंची है। उन्होंने मामले की जांच कर उचित दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

हड़ताल पर रहे अधिवक्ता

सोमवार को सुबह जब अधिवक्ताओं को लूट के मामले में बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव अतुल कुमार सिंह को उठाने की सूचना मिली तो उनमें आक्रोश फैल गया। पुलिस उत्पीड़न के विरोध में आज सभी अधिवक्ताओं ने पूरी काम बंद कर हड़ताल की।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट गंगा प्रसाद शर्मा ने पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को पत्र भेजकर मामले की शिकायत की। साथ ही थाना आंवला में पहुंचकर पुलिस को अपना पत्र दिया। उन्होंने सवाल किया है कि आंवला बार एसोसिएशन के संयुक्त सचिव प्रशासन अतुल कुमार सिंह एडवोकेट हैं। उनको इस मामले में रात में थाने क्यों लाया गया? ये उनके सम्मान को ठेस पहुंचाना है। बार अध्यक्ष ने इस मामले की जांच सीओ आंवला के स्थान पर किसी अन्य अधिकारी से कराकर अधिवक्ता को न्याय दिलाने की मांग की है।

सहायता के लिए बुलाया था- थाना पुलिस

वहीं पुलिस का कहना है कि अधिवक्ता अतुल कुमार सिंह एक संभ्रांत व्यक्ति हैं। वह ग्राम प्रधान पुत्र भी हैं। ऐसे में,घटना के सम्बन्ध में पुलिस ने उनको सहायता हेतु बुलाया था। पुलिस का उद्देश्य उनके प्रति दुर्व्यवहार का नहीं था।

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