बरेली। किसी भी चीज को या समाज को बिगड़ने में समय नहीं लगता जबकि उसे सुधारने में सदियां बीत जाती हैं। यह बात व्यक्ति के संस्कारों पर पूरी तरह लागू होती है। कोई परिवार, समाज अपने बच्चों-नागरिकों को सदियां लगाकर संस्कारित करता है लेकिन व्यक्ति को बिगड़ते देर नहीं लगती। ऐसे में निरन्तर सत्संग और अच्छी शिक्षा से हम सुसंस्कारित समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। यह बात फरीदपुर विधायक प्रो. श्याम बिहारी लाल ने गुरु पूर्णिमा पर आर्ट आफ लिविंग द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही।
आर्ट ऑफ लिविंग के बरेली चैप्टर ने रविवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय के बहुउद्देशीय हॉल में बड़ी धूमधाम से मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फरीदपुर विधायक प्रो. श्याम बिहारी लाल रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ उन्होंने एक छोटी बच्ची नोरा के साथ मिलकरदीप प्रज्ज्वलन कर किया। इसके बाद सभी उपस्थित भक्तों ने अपने गरु श्रीश्री रविशंकर का चित्र रखकर गुरु पूजन किया।
फिर शुरू हुई भजन संध्या। भजन गायक अजय कुमार, पारुल चंद्रा एवं अन्य ने भजन प्रस्तुत कर समां बांध दिया। इन भजनों से हॉल में गुरु और ईश्वर के प्रति समर्पण की बयार बह निकली। फिर ओम नमो भगवते बासुदेवाय…..ओम् नमः शिवाय…और श्रीराम-श्रीकृष्ण…के जाप पर भक्तगण देर तक थिरकते रहे। अंत में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया।
कार्यक्रम समन्वयक मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह आयोजन संस्था के डीडीसी सदस्यों की टीम ने किया था। कहा कि आर्ट आफ लिविंग लोगों को जीवन जीने का सलीका सिखाती है। वर्तमान दौर के तनावयुक्त वातावरण में कैसे तनाव से मुक्त रहा जाये। भौतिकता की दौड़ में लगे लोगों को जीवन को सफलता पूर्वक जीने के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा बहुत जरूरी है।
मुकेश ने बताया कि कार्यक्रम में विशेष सहयोग अजयवीर सिंह, सारुल चंद्रा, मोहित सांगवानी, संदीप अरोरा, गोपाल सरन अग्रवाल, प्रयाग दत्त, डॉ. मीनाक्षी, आकांक्षा दीक्षित और मीना सिंह का रहा। कार्यक्रम संचालन अनीता त्यागी ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।