बरेली। कोरोना के कहर के बीच तमाम समाजसेवी संस्थाएं मानवता की सेवा के लिए आगे आ रही हैं। इसी क्रम में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर व उनकी संस्था आर्ट आफ लिविंग ने ऐसी आपदा के वक्त में मदद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाये हैं। संस्था के बरेली चैप्टर के प्रतिनिधि ने जिलाधिकारी नीतीश कुमार से मिलकर मदद का प्रस्ताव रखा। डीएम ने चिकित्सकीय उपकरणों की जरुरत की बात कही तथा आर्ट आफ लिविंग के प्रयासों की सराहना की।
आर्ट आफ लिविंग की ओर से जिलाधिकारी को बताया कि श्री श्री रविशंकर जी के मार्गनिर्देशन में आर्ट आफ लिविंग ने एक अनूठी पहल शुरु की है। मिशन जिंदगी। संस्था का उद्देश्य अधिक से अधिक कोरोना पीड़ितों के पास पहुंचकर मदद करना है। बड़ी संख्या में वालेंटियर्स इस काम में लगे हुए हैं।
बताया कि इंटरनेशनल एसोसिएशन आफ ह्यूमन वेल्यूज यानी आईएएचवी जो कि आर्ट आफ लिविंग की ही एक अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी संस्था है, की मदद से कोरोना की विभिषिका से लड़ने के लिए अभियान शुरु किया जा चुका है। संस्था के सीईओ रमेश रमन का एक पत्र भी जिलाधिकारी को सौंपा। पत्र में कहा गया है कि संस्था की ओर से महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक तथा गुजरात में करीब बीस करोड़ रुपये के चिकित्सकीय उपकरण दिए जा चुके हैं। साथ ही पिम्परी में 500 बेड, पुणे में 1600 बेड तथा बंग्लौर में 300 बेड के कोविड अस्पताल की स्थापना भी की जा चुकी है। संस्था ऑक्सीजन कंस्नट्रेटर, वेंटीलेटर, मास्क, पीपीई किट, बेड तथा अन्य आवश्यक सामान के रुप में प्रशासन की मदद करने को तैयार है।
डीएम ने की सराहना
डीएम नीतीश कुमार ने आर्ट आफ लिविंग के प्रयास की सराहना की। साथ प्रशासन की ओर से चिकित्सकीय उपकरणों की जरुरत के सन्दर्भ में अपना पत्र भी संस्था को सौंपा। आर्ट ऑफ लिविंग व आईएएचवी की ओर से इंस्ट्रेक्टर पार्थो कुनार ने बताया कि वह जल्द ही मुख्यालय से बात करके चिकित्सकीय उपकरणों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेंगे। बताया कि संस्था कोरोना पीड़ितों के लिए भौतिक संसाधनों के साथ ही आध्यात्मिक व आंतरिक पक्ष की मजबूती पर भी कार्य कर रही है। आर्ट आफ लिविंग तीन दिन की वर्चुअल निशुल्क वर्कशाप लगाकर इस पक्ष पर भी गंभीरता से काम कर रहा है। यह कार्यशाला चिंता, अवसाद, भय को दूर करती है, इससे शरीर को प्रतिरोधक क्षमता तो मिलती ही है तथा शांति व ऊर्जा भी मिलती है।