आँवला (बरेली)। बैंक कर्मियों की जनता के साथ अभद्रता की खबरें आम हैं। आंवला के निकट के गांव मनौना में मामला इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों को अपने ही पैसे निकालने के लिए बैंक का घेराव करना पड़ा। इतना ही नहीं घेराव के लिए नगर पालिकाध्यक्ष को भी अपनी टीम के साथ बैंक की शाखा पर जाना पड़ गया।
घटनाक्रम के अनुसार आंवला नगर के समीपस्थ्य ग्राम मनौना में बैंक ऑफ बड़ौदा क्षेत्रीय ग्रामीण की शाखा है। यहां तमाम ग्रामीणों के खाते खुले हुए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बैंक कर्मी उनके साथ अभद्रता करते हैं। कई बार तो उनकी पासबुक और बिदड्राल फार्म (खाते से पैसे निकालने का आवेदन पत्र) ही फाड़कर फेंक देते हैं।
अभद्र व्यवहार करता है कैशियर
आज गुरुवार को मनौना और आसपास के अनेक ग्रामीण आंवला नगर पालिकाध्यक्ष संजीव सक्सेना के पास पहुंचे। उन्हें बताया कि गांव में बुखार फैला हुआ है। घर-घर में लोग बुखार से पीडित हैं। ऐसे में उन्हें इलाज के लिए पैसों की जरूरत है। जब वह अपनी जमा की गई रकम बैंक से निकालने जाते हैं तो बैंक में मौजूद कैशियर उनके साथ अभद्र व्यवहार करता है। उनकी रकम निकालने में आनाकानी करता हैं ग्राहकों की शिकायत है कि कभी-कभी तो पासबुक व विदड्राल फार्म ही फाड़कर फेंक देता है।
इस पर पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना दर्जनों पीड़ित ग्रामीणों के साथ बड़ौदा उ0प्र0 ग्रामीण बैंक की मनौना शाखा पहुंचे। शाखा प्रबन्धक की अनुपस्थिति में मौजूद उपप्रबंधक का घेराव कर उनसे बैंक में ग्राहकों से किये जा रहे अभद्र व्यवहाकर की शिकायत की। इस शिकायत पर डिप्टी मैनेजर ने संज्ञान नहीं लिया और कुछ अनुचित बात की तो पालिकाध्यक्ष ने फोन पर बैंक के प्रबन्धक से शिकायत दर्ज करायी। संजीव सक्सेना ने उन्होंने कर्मचारियों द्वारा ग्राहकों से अभद्रता की शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की चेतावनी दी।
यहां पीड़ित चन्द्रपाल, लेखराज उर्फ नेक्सू, वीरपाल, सत्यपाल, प्रेमवती, अवनेश आदि का कहना था कि आधार कार्ड लिंक के नाम पर ग्राहकों को महीनों से टहलाया जा रहा है। खाते में पैसे होने के बाबजूद उनको भुगतान नहीं किया जाता है। आरोप लगाया कि बैंक में दलाल हावी हैं। यहां पर क्षेत्र पंचायत सदस्य जयदीप पाराशरी, पियूष सिंह, दुर्गेश सक्सेना, पंकज वर्मा, गिरीश सक्सेना, आशू एडवोकेट आदि मौजूद रहे।