BareillyLive. सावन की त्रयोदशी मंगलवार को बरेली शहर में उज्जैन के राजा बाबा महाकाल की पालकी शोभायात्रा निकाली गयी। श्यामगंज के सेठ गिरधारी लाल मंदिर से महाकाल की पालकी शोभायात्रा 12 साल से निकाली जा रही है। शोभायात्रा मंदिर प्रागण से शुरु होकर अपने पुराने मार्ग आलमगिरीगंज, कुतुबखाना चौराहा, जिला अस्पताल रोड, हनुमान मंदिर, रामपुर गार्डन, आनंद आश्रम होते हुए मंदिर परिसर में विश्राम हुई।
इस अवसर पर नाथ नगरी बरेली जलाभिषेक समिति के मीडिया प्रभारी मनोज कुमार देवल ने बताया बारह साल पहले उनकी समिति ने नाथ नगरी में जलाभिषेक करने के लिए समिति बनाई थी। शहर के सभी नाथों में समिति द्वारा जलाभिषेक किया जाता है। इस बीच कमेटी के अध्यक्ष बृजवाशी लाल ने विचार पर नाथ नगरी बरेली धाम में बाबा की पालकी यात्रा निकाली जाए।
पहली बार यह शोभायात्रा सेठ गिरधारी लाल मंदिर से प्रारम्भ करते हुए शाहमतगंज से साहू गोपीनाथ से कुतुबखाना चौराहे तक निकाली। उसके बाद इस शोभायात्रा में बरेली शहर के हजारों बाबा के भक्तों के शामिल होने पर यात्रा के मार्ग को शासन से परमीशन लेने के बाद बड़ा किया गया। इस विशाल शोभायात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं।
शोभायात्रा के विश्राम के बाद ही तोड़ते हैं उपवास
बाबा महाकाल की इस विशाल पालकी शोभायात्रा में शामिल होने वाले व्रत रखकर विधी विधान से पूजा अर्चना के बाद निकालते हैं। सफेद धोती और पट में महाकाल के भक्त शामिल होते हैं। अन्य जगह से भी लोग शोभायात्रा में शामिल होते रहते हैं। यात्रा के मंदिर में विश्राम के बाद ही फल खाकर व्रत खोला जाता है।
पार्वती वाहिनी, सुंदर बच्चों के बैंड ने बढ़ाई पालकी यात्रा की शोभा
बाबा महाकाल की शोभायात्रा में सैकड़ों की सख्या में श्रद्वालुओं ने हिस्सा लिया। इस बार यात्रा में पार्वती वाहिनी समेत और सुंदर बैंड भी था। पार्वती वाहिनी में बालिकाएं बाबा के जयकारे लगा रहीं थीं तो बच्चों का बैंड भी शोभायात्रा में लोगों का मन मोह रहा था। शोभायात्रा के दौरान शहर हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजता रहा।