#बदायूं ,@BareillyLive, बदायूं, निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत , Death of mother and child in private hospital,

वजीरगंज की एक गली में संचालित था प्राइवेट अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग नहीं कोई जानकारी

बदायूं @BareillyLive. बदायूं जिले के वजीरगंज कस्बे के एक निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत हो गयी। प्रसूता को वहां आशा वर्कर ने भर्ती कराया था, जबकि अस्पताल की कोई जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है। ना ही इस अस्पताल का कहीं पंजीकरण करया गया है। जच्चा-बच्चा की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।

थाना वजीरगंज क्षेत्र के गांव जाहरपुर निवासी सुल्तान सिंह ने अपनी पत्नी रीना 35 साल को प्रसव पीड़ा होने पर शनिवार को परिवार वालों प्रसूता को सीएचसी वजीरगंज लेकर पहुंचे थे। प्रसूता के साथ आशा महिला मीना देवी ने डाक्टर से साठ-गांठ कर प्रसूता की जान का खतरा बताते हुए किसी प्राइवेट अस्पताल में ले जाने की सलाह दे दी। आशा मीना प्रसूता को गलियों में चल रहे निजी अस्पताल में लेकर पहुंच गयी और भर्ती करा दिया गया ।

आरोप है कि प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। आरोप है कि मौत के बाद झोलाछाप महिला डॉक्टर ने परिजनों को बदायूं ले जाने का सुझाव दिया और वहां से खिसक ली। परिजन उसको जिला अस्पताल लेकर पहुंच गये, जहां उसको मृत घोषित कर दिया। परिजन शव लेकर वजीरगंज थाने पहुंच गये। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। वहीं मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को पुलिस ने दी है।

बताया जाता है कि स्वास्थ विभाग द्वारा जांच करने पर मालूम पड़ा कि अस्पताल पूरी तरह से फर्जी है। महकमे से किसी प्रकार का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। अब स्वास्थ्य विभाग भी मामले की जांच कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुलिस को तहरीर दी जायेगी तो आरोपी संचालक व महिला डाक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जायेगी।

सूचना पर सीएमओ पहुंचे महिला अस्पताल

बदायूं। घटना की सूचना मिलते ही सीएमओ डॉ. प्रदीप कुमार महिला अस्पताल पहुंच गये थे। डाक्टर में जच्चा-बच्चा को मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। सीएमओ ने जांच कर कठोर कार्रवाई का आश्वासन परिजनों को दिया है।

विभाग की लापरवाही से जा रही प्रसूताओं की जान

बदायूं। स्वास्थ्य विभाग की घोर लापरवाही के चलते आये दिन फर्जी संचालित नर्सिंग होम के संचालक प्रसूताओं की जान से खिलवाड़ करते आ रहे हैं। लगातार लोगों की जान जा रहीं हैं। यही कारण है कि जनपद में एक माह में आधा दर्जन ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। फिर भी स्वास्थ्य विभाग कानों में तेल डाले बैठा है।

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