बरेली। करीब एक पखबाड़े से गायब भाजपा जिलाध्यक्ष रवीन्द्र सिंह राठौर लौट आये हैं। घर लौटकर उन्होंने बताया कि साधना करने रतनगढ़ माता के मंदिर गये थे। उन्होंने कहा कि अ वह लौट आये हैं और फिर से से पार्टी के काम में जुटेंगे।
उनके लौटने की सूचना मिलते ही भारतीय जनता पार्टी के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनसे मिलने उनके आवास पहुंचे। राठौर ने कहा कि वह राष्ट्र के लिए प्रार्थना करने मां के दरबार में गए थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निष्कंटक होकर अपना काम कर सकें इसके लिए उन्होंने देवी मां से प्रार्थना की। बता दें कि भाजपा जिलाध्यक्ष रवीन्द्र सिंह राठौर इस सितंबर के प्रारम्भ में रहस्यमय तरीके गायब हो गए थे। उनके भाई नीरेन्द्र समेत सभी परिजनों की कई दिन की खोजबीन के बाद वह मध्य प्रदेश के रतनगढ़ मंदिर में देवी मां की साधना करते हुए मिले। अब साधना पूरी होने के बाद बुधवार देर रात घर लौट आये हैं।
अपने लिये कुछ नहीं मांगा
पत्रकारों से बातचीत के दौरान हालांकि उन्होंने बहुत संयत होने की कोशिश की लेकिन बात-बात में दर्द उभर आया। बोले- तमाम कारणों से व्यथित था। इस वजह से किसी को बताये बगैर मां की शरण में चला गया था। देवी मंदिर में उन्होंने राष्ट्र और प्रदेश की शांति और विकास के लिए प्रार्थना की। बोले-अनुष्ठान के दौरान देवी मां से अपने लिए कुछ भी नहीं मांगा।
भाजपा की गुटबाजी से परेशान होकर गये थे राठौर
जिलाध्यक्ष रवीन्द्र सिंह राठौर भाजपा में चल रही गुटबाजी और घेराबंदी से परेशान थे। सपा शासन ने नवाबगंज की चेयरमैन शहला ताहिर ने उन पर तमाम मुकदमे दर्ज कराये गये थे। भाजपा सरकार बनने के बाद नवाबगंज नगर पालिका की जांच शुरू हुई तो शहला ताहिर बुरी तरह घिर गईं। मगर भाजपा के कुछ लोग उन्हें बचाने में जुट गये। गुटबाजी से तंग आकर राठौर लखनऊ में पार्टी के बड़े नेताओं से मिले। वहां से संतोषजनक जवाब न मिलने पर वह मथुरा गये और वहां से बिना किसी को बताए देवी की साधना के लिए मध्य प्रदेश चले गये।