BareillyLive: लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित दो दिवसीय नेशनल अर्बन प्लानिंग मैनेजमेंट कांक्लेव में ग्रेटर बरेली का प्लान छाया रहा। बरेली विकास प्राधिकरण के स्टाल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जायजा लिया। प्राधिकरण के वीसी जोगेंद्र सिंह ने पर्यटन अर्थव्यवस्था और विकास को बढ़ावा देने वाले प्लान के बारे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया। उन्होंने कहा कि बरेली विकास प्राधिकरण ने एक साल में 520 करोड़ का फिक्स डिपाजिट कराया है। उसको सुनकर मुख्यमंत्री भी खुश हुए। ग्रेटर बरेली के प्लान में धार्मिक महत्व को बढ़ावा देने के साथ ही रोजगार की अपार संभावनाओं का खाका तैयार किया गया है। प्लान में ओडीओपी एक जिला एक उत्पाद में जरी जरदोजी और मेंथा को शामिल किया गया है। एक जिला एक उत्पाद को विश्व स्तर पर ले जाने के लिए उद्योगों को विकसित करने की शानदार व्यवस्था की गई है। दूसरे राज्यों और देशों से ब्रांडिंग करने के साथ उद्योगपतियों को शहर में इन्वेस्ट करने की कार्य योजना तैयार की गई है। प्राधिकरण की योजना है कि बरेली के जरी, जरदोजी, मेंथा और मांझा विश्व पटल पर अपनी चमक बिखेरे।
डेढ़ साल में 200 अवैध कालोनियों पर चलाया बुलडोजर
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया कि डेढ़ साल में प्राधिकरण ने 2800 आवासीय व्यावसायिक संपत्तियों का आवंटन किया है। प्राधिकरण ने बरेली शहर को आने वाले सभी मुख्य मार्गों का फोरलेन, सिक्स लेन चौड़ीकरण किया है इसके अलावा करीब 200 अवैध निर्माण और अवैध कालोनियों पर बुलडोजर चला कर उनका धवस्तीकरण किया गया है।
35000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में विकसित हो रही रामायण वाटिका
बरेली विकास प्राधिकरण ग्रीन रामायण की संकल्पना को साकार करते हुए 35000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में रामायण वाटिका को विकसित किया जा रहा है। भगवान राम के जीवन से जुड़े स्थानों वनस्पतियों को एक ही स्थान पर संकलित किया जा रहा है। इसके अलावा बरेली के चार प्रमुख मार्गों में राम, लक्ष्मण भरत और हनुमान के नाम से भव्य प्रवेश द्वारों का निर्माण भी किया जा रहा है। 240 हेक्टेयर जमीन आपसी सहमति के आधार पर बरेली विकास प्राधिकरण ने खरीद कर विकास को रफ्तार दी है।
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक बनेगा नाथ नगरी कारीडोर
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नाथ नगरी कारिडोर की शुरुआत महाभारत कालीन आंवला के क्षेत्र के सौंदर्यीकरण से किया जायेगा। इसके अलावा जिले के सभी सात नाथ मंदिर धोपेश्वर नाथ, तपेश्वरनाथ, मढ़ीनाथ, अलखनाथ, त्रिवटीनाथ मंदिर और पशुपतिनाथ, वनखंडी नाथ मंदिर को कारिडोर से जोड़ा जायेगा। शिव मंदिरों की आभा और सौंदर्यकरण के साथ उनके ऐतिहासिक धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में भी जानकारी दी जायेगी।
पांच कंपनियों ने बनाई रिवरफ्रंट और प्रारंभिक डेवलपमेंट रिपोर्ट
पांच कंपनियों को बरेली की दो बड़ी नदी रामगंगा और नकटिया को जोड़ने वाले करीब 10 किलोमीटर के रिवरफ्रंट को बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा प्लान में पर्यटन अतिथि सत्कार को बढ़ावा देने के साथ ही चिकित्सा, आवासीय, विकास औद्योगिक और विरासत को सहेजने के अलावा सफर को आसान करने के लिए मेट्रो की भी व्यवस्था की गई है। सारी रिपोर्ट तैयार हो गई है। 2027 तक शहर की आबादी करीब 35 लाख होगी। उसके हिसाब से ही विकास का नया खाका तैयार किया गया है।