बदायूं। देश-दुनिया में चर्चित बदायूं के कटरा सआदगंज कांड को बेपर्दा करने वाली फिल्म आर्टिकल-15 जैसे ही पर्दे पर आई वैसे ही हकीकत का घटनास्थल छावनी बन गया। वजह थी कि असल वारदात और फिल्मी कहानी में झोल होने पर दरिंदगी की शिकार चचेरी बहनों के परिजनों ने फिल्म निर्देशन पर ही आपत्ति जाहिर की थी।
किशोरियों के परिजनों ने खुद और आरोपितों की जातियां बदलने की बात को आधार बनाया और फिल्म निर्माता पर मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी। इधर, प्रतिवादी पक्ष की जाति सवर्ण दिखाई जाने पर कई संगठनों ने भी विरोध किया।
इस लिहाज से शुक्रवार को फिल्म रिलीज हुई तो एहतियात के तौर पर कटरा सआदतगंज गांव में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया।
बीते दिनों फिल्म तैयार हो रही थी उसके कुछ दृश्य यू-ट्यूब पर किशोरियों के भाई ने देखे तो उसने बताया कि घटनाक्रम और फिल्मी कहानी पूरी तरह से विपरीत है। फिल्मी कहानी को पूरी तरह तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है जिसकी कहानी में कई झोल हैं। उसने चेतावनी दी थी कि वह फिल्म कर केस करेंगे, इसके लिए उसने वकील से भी बात कर ली है और कोर्ट में अर्जी देने को सभी कागजात तैयार कर लिए हैं।
बदायूं में इस फिल्म का जबर्दस्त विरोध हुआ। विरोध के बीच ही यह फिल्म जब रिलीज हुई तो कोई बवाल न हो इसके लिए चार थानों का फोर्स और पीएसी गांव में तैनात कर दी गई। किशोरियों के घर से लेकर गांव के बाहर तक फोर्स शुक्रवार भोर में देखा गया तो गांव वालों के जेहन में कटरा कांड फिर से ताजा हो गया।