अमित तोमर, फरीदपुर (बरेली)। न कानून का खौफ, न कार्रवाई का डर! उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फरीदपुर शहर में शुक्रवार की रात जो कुछ हुआ उसने स्वास्थ्य महकमे और स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान लगा दिया। अनियमितताएं मिलने पर जिस साईं अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया गया था, दिन ढलने के बाद अंधेरा गहराते ही सरकारी सील तोड़कर उसमें रखी मशीनें व अन्य सामान दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया। इस बारे में पूछे जाने पर स्थानीय अधिकारी मामले की जानकारी न होने और जांच कराने की बात कह रहे हैं।

11 दिसंबर, 2020 को दोपहर बाद उपजिलधिकारी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ने इस अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापा मारकर जांच की थी। अनियमितताओं की शिकायतें सही पाये जाने पर सेंटर को सील कर दिया गया। लोगों को उम्मीद थी कि आरोपों से घिरे इस अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अब कड़ी कार्रवाई होगी जिससे अन्य घपलेबाज भी सबक लेंगे। एक महीने बाद ही शुक्रवार, 15 दिसंबर, 2021 को इन उम्मीदों पर पलीता लग गया। साईं अल्ट्रासाउंड सेंटर के कुछ कर्मचारियों ने सरकारी सील तोड़कर वहां रखे सामान, मशीनों आदि को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया।

इस बारे में पूछे जाने पर उपजिलाधिकारी कुमार धर्मेंद्र ने कहा कि साईं अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील तो किया गया था लेकिन उसके बाद क्या कार्रवाई हुई इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। अब जो जानकारी हासिल हुई है उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ बासित अली ने भी यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

स्टेशन रोड पर एक कान्वेंट स्कूल की दूसरी मंजिल पर स्थित साईं अल्ट्रासाउंड सेंटर पर कार्रवाई को लेकर क्या कुछ आदेश पारित हुए हैं, इसकी जानकारी के लिए एसीएमओ डॉ रंजन गौतम को फोन लगाया गया लेकिन बातचीत नहीं हो सकी।

गौरतलब है कि फरीदपुर तहसील मुख्यालय से लेकर इसके ग्रामीण क्षेत्र तक कई झोलाछाप डॉक्टरों, अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर स्थानीय अधिकारियों द्वारा छापामारी की जाती रही है पर इसके आगे क्या कार्रवाई हुई यह रहस्य बना रहता है क्योंकि ये झोलाछाप डॉक्टर, अवैध रूप से संचालित अस्पताल और अल्ट्रासाउंड सेंटर अब भी लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

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