बरेली। मीरगंज क्षेत्र के बहरोली गांव में मंगलवार तड़के एडवोकेट बेटे ने अपने बूढ़े मां-बाप की गोली मारकर हत्या कर दी। बुजुर्ग दंपति लालता प्रसाद गंगवार (76) सेवानिवृत्त शिक्षक थे। सुबह वह और उनकी पत्नी घर में ही थे। अचानक बंदूक लेकर पहुंचे बेटे ने मां-बाप पर गोलियां बरसा दीं। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हत्यारोपित एडवोकेट बेटा फरार हो गया। करीब 5 बजे वारदात की सूचना मलिते ही एसएसपी रोहति सिंह सजवाण पुलसि बल के साथ मौके पर पहुंच गए।
लालता प्रसाद दो बेटे और चार बेटियां हैं। दोनों बेटे- दुर्गेश और उमेश अधिवक्ता हैं। बताते हैं कि लालता प्रसाद ने गांव में दो मकान अपने बेटों को दे दिए और एक मकान में खुद रहने लगे थे। बताते हैं कि आरोपित दुर्गेश गंगवार संपत्ति के बंटवारे को लेकर बुजुर्ग मां-बाप से नाराज था। उसका कहना था कि मां-बाप ने उसके भाई उमेश को ज्यादा संपत्ति दे दी है और उसे ही हर तरह से सपोर्ट करते हैं। इसे लेकर अक्सर विवाद होता रहता था। सोमवार तड़के दुर्गेश बंदूक लेकर पिता लालता प्रसाद के घर पहुंचा और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। फायरिंग की आवाज सुनकर दुर्गेश की मां मोहन देई (70) बाहर निकलीं तो दुर्गेश ने उन पर भी गोलियां बरसा दीं। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्गेश मौके से फरार हो गया।
घटना की सूचना पर एसएसपी रोहित सिंह सजवान, एसपी देहात संसार सिंह, सीओ और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्यारोपित पुत्र की तलाश में पुलिस टीमें लगा दी गई हैं। एसएसपी रोहित सजवाण ने बताया कि घटना के पीछे परिवार में जमीन का विवाद बताया जा रहा है।