आंवला (बरेली)। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले की आंवला तहसील के भाजपा व हिन्दूवादी संगठनों से जुडे लोगों ने गुरुवार को ईसाई मिशनरियों की गतिविधियों के संबंध में उपजिलाधिकारी केके सिंह को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया है ईसाई मिशनरियों द्वारा आंवला-बरेली मार्ग पर कई वर्ष पहले एक इंटर कालेज की स्थापना की गई थी। इसी विद्यालय परिसर में एक चर्च है जहां से ईसाई मिशनरी अपनी गतिविधियां संचालित करते हैं। साथ ही आरोप लगाया कि इनको विदेश से फंडिग हो रही है।
भाजपा के प्रभाकर शर्मा, इन्द्रभान सिंह एडवोकेट, केपी सिंह, अंकुर वर्मा, अंशू अस्थाना, जयसिंह और दुर्गेश सक्सेना ने कहा कि इन मिशनरियों द्वारा नगर व आसपास के देहात में पिछले काफी समय से दलित बस्तियों में जा-जाकर गरीब, निर्धन व बेसहरा लोगों को धन आदि का लालच देकर धर्म परिवर्तन करने को प्रेरित किया जा रहा है। कुछ लोगों ने लालच में आकर ईसाई धर्म अपना भी लिया है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिन लोगों ने ईसाई धर्म अपना लिया है, हमें उनसे कोई शिकायत या आपत्ति नहीं है। लेकिन, ऐसे लोगों की जांच करा कर उनके अनुसूचित जाति के प्रमाण-पत्रों को निरस्त करने के साथ ही आरक्षण के नाम पर मिलने वाली सुविधाओं को भी बंद किया जाए। ईसाई धर्म अपनाने वाले लोग कानूनन इन सुविधाओं के हकदार नहीं हैं। ऐसे लोग धर्मपरिवर्तन के बाद दलितों को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ लेकर वास्तविक दलित समाज के अधिकारों का हनन कर रहे है।
ज्ञापन देने वालों ने कहा कि आंवला नगर की दलित बस्तियों में एक भी ईसाई परिवार नहीं रहता है। लेकिन, जानकारी मिली है कि 25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन इन दलित बस्तियों में ईसाई मिशनरियों द्वारा कई परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने की योजना है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब इन बस्तियों में कोई ईसाई रहता ही नहीं है तो क्रिसमस की आड़ में नई परंपरा शुरू न होने दी जाए। उपजिलाधिकारी आंवला ने मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।