बरेली। महाराणा प्रताप संयुक्त जिला चिकित्सालय में नवीन आशाओं के 8 दिवसीय प्रारंभिक प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाणपत्र वितरित किए गए। प्रशिक्षण में आशा बनना, स्वास्थ्य समुदाय क्या है, अधिकारों की समझ और स्वास्थ्य अधिकार, आशा के कौशल, स्वास्थ्य, साफ-सफाई, बीमारियों आदि के बारे में जानकारी दी गई।
सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने के उपायों तथा संक्रामक बीमारियां टीवी और कुष्ठ रोग के बारे में भी विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण दिया गया। मातृत्व स्वास्थ्य एवं नवजात शिशु की देखभाल पर भी विस्तृत जानकारी दी गई। नवजात शिशु के स्वास्थ्य, स्तनपान सहित शिशु और छोटे बच्चों का स्वास्थ्य एवं पोषाहार पर प्रशिक्षण देते हुए प्रशिक्षण की विभिन्न विधियों जैसे समूह चर्चा, रोलप्ले आदि द्वारा समझाया गया। किशोर स्वास्थ्य पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए रोल प्ले और समूह चर्चा के द्वारा समझाया गया। आरटीआई, एसटीआई तथा अनचाही गर्भावस्था से बचाव और सुरक्षित गर्भपात पर प्रशिक्षण हुआ।
प्रशिक्षण के समापन अवसर पर राज्य प्रशिक्षक अमित तोमर द्वारा विशिष्ट कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए आशा के कौशल का मूल्यांकन किया गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन सभी आशाओं का मौखिक मूल्यांकन राज्य प्रशिक्षक डॉ आरएन सिंह, अमित तोमर, चंद्रप्रकाश, शरीफ अली और ममता मौर्य द्वारा किया गया। अमित तोमर एवं अपर शोध अधिकारी पीएस आनंद ने प्रमाण पत्र वितरित किए।
रेशमा, प्रतिभा, पिंकी देवी, उषा रानी, सोमवती, लज्जावती, रूबी, तबस्सुम, बबली, प्रियंका देवी, माया देवी, सर्वेश कुमारी, पिंकी शर्मा, अनेकश्री, सुमन कुमारी, पूजा शर्मा, कृष्णा देवी, अंजू वर्मा, कमलेश, मधुबाला, शीला देवी, पूनम वर्मा, जूही सक्सेना, प्रमिला देवी, मुन्नी, उर्मिला, नीरज, संध्या देवी, सुमंगला, राधा, सत्यवती आदि आशाओं को प्रमाणपत्र और फोटोग्राफ वितरित किए गए।