बरेली गांव-देहात और कस्बों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन 10 जनवरी से फिर शुरू किया जा रहा है। बरेली में यह मेला प्रत्येक रविवार को 50 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं 21 नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित किया जाएगा। मेले में आयुर्वेद और होम्योपैथी के चिकित्सक भी शामिल होंगे।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते स्वास्थ्य मेले का आयोजन स्थगित कर दिया गया था। पूर्व में लगे सात शिविरों में उत्तर प्रदेश में 31,36 लाख रोगियों को पंजीकृत कर उपचारित किया गया था। कुल 32,425 कुपोषित बच्चे चिन्हित किए गए थे। कुल 76,063 रोगियों को बेहतर उपचार हेतु उच्चतर चिकित्सा इकाइयों में संदर्भित किया गया था। 2,30,890 व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बनाए गए थे।

एसीएमओ डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि आरोग्य मेला सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक लगाया जाएगा। आरोग्य मेले में टीबी, मलेरिया, डेंगू, दिमागी बुखार, कालाजार, फाइलेरिया जैसी बीमारियों की जांच की जाएगी। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना की जानकारी दी जाएगी और गर्भवती महिलाओं के लिए चलने वाली योजनाओं एवंसंस्थागत प्रसव के बारे में बताया जाएगा। पूर्ण टीकाकरण की जानकारी तथा तंबाकू निषेध का जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। आरोग्य मेले में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग और आरबीएसके की टीम रहेगी। मेले में ओपीडी की सुविधा होगी। मरीजों की जांच के साथ ही उनको दवाएं भी दी जाएंगी।

आरोग्य मेले में कोविड-19 प्रोटोकॉल का किया जाएगा पालन

एसीएमओ  डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि मेले के प्रवेश द्वार पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्वैच्छिक संगठनों जैसे एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र दल आदि सहयोग करेंगे। मेले के प्रवेश द्वार पर पल्स ऑक्सीमीटर एवं थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी। स्क्रीनिंग और हैंड सैनिटाइज्ड कराने के बाद ही लोगों को मेले में प्रवेश मिलेगा। मेले में प्रवेश पाने के लिए हर व्यक्ति को मास्क लगाना आवश्यक होगा। मेले में दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।

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