बरेली। सिविल लाइंस में बड़ा डाकखाना के सामने स्थित दुर्गा मंदिर के महंत विजेंद्र गिरी उर्फ चेतन गिरी का शव सोमवार सुबह मंदिर के घंटे से लटका मिला। वह कुछ महीने पहले ही गाजियाबाद से बरेली आए थे। बताया जा रहा है कि रविवार दोपहर उनका किसी के साथ विवाद हो गया था। पुलिस इसे आत्महत्या बता रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दिल्ली के रहने वाले अशोक गिरी के पुत्र चेतन गिरी (करीब 15 वर्ष) पिछले कुछ महीनों से बरेली में रह रहे थे। मां-बाप दोनों की मौत हो चुकी है। सिविल लाइंस हनुमान मंदिर के बाबा गब्बर सिंह ने उन्हें चार माह पहले बड़े डाकखाने के पास दुर्गा मंदिर की जिम्मेदारी दिलवा दी थी। उसके साथ एक माली गौरव भी रह रहा था। लॉकडाउन के दौरान गौरव को मंदिर से निकाल दिया गया। तब से चेतन अकेले ही मंदिर की देखरेख कर रहे थे। पुलिस के अमुसार, रविवार रात को किसी वक्त उन्होंने देवी मां की चुनरी को फंदा बनाकर घंटे से लटक कर आत्महत्या कर ली। शव पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं