फरीदपुर (बरेली)। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने शनिवार को यहां धरना प्रदर्शन। उन्होंने किसान कानूनों की प्रतियों को जलाने का प्रयास किया और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।
कृषि कानूनों को वापल लेने की मांग पर अड़ी भाकियू राष्ट्रीय स्तर पर धरना-प्रदर्शन कर रही है। इसी क्रम में यहां किसान इंटर कॉलेज में धरना-प्रदर्शन करने के बाद भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के पूर्व जिला अध्यक्ष चौधरी गजेंद्र सिंह के नेतृत्व में 2 सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार बीके चौधरी को सौंपा गया। इस ज्ञापन में तीनों कानूनों को वापस लिये जाने की मांग की गई है।
गजेंद्र सिंह यादव ने किसानों की स्थानीय समस्याओं को लेकर भी एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी को संबोधित सौंपा जिसमें मांग की गई है कि खतौनी में जिन किसानों की हिस्सेदारी गलत तरीके से दर्ज की गई है, उन सभी खतौनियों की हिस्सेदारी को जांच कर किसानों के सही हिस्से दर्ज किए जाएं। गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों से गेहूं तौल के समय जो अवैध वसूली की जा रही है, उस पर तुरंत अंकुश लगाया जाए। साथ ही कहा गया है कि गेहूं खरीद हेतु रजिस्ट्रेशन चालू रखे जाएं।
इससे पहले पुलिस प्रशासन को जैसे ही किसानों द्वारा धरना-प्रदर्शन करने की जानकारी मिली, कोतवाली प्रभारी सुरेंद्र सिंह पचौरी पुलिस बल के साथ धरना स्थल पर पहुंच गए। किसानों ने कृषि कानूनों की प्रतियां जलाने का प्रयास किया तो पुलिस और यूनियन के पदाधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। फिर भी किसानों ने जैसे ही कृषि कानूनों की प्रतियां जलानी शुरू कीं, कोतवाली प्रभारी सुरेंद्र सिंह पचौरी ने जलती हुई प्रतियों को छीनकर बुझा दिया।
इस मौके पर किसान यूनियन के चौधरी हरवीर सिंह यादव ,सुनील सिंह, गंगा राम वर्मा, हरनाथ सिंह सहित बड़ी संख्या में किसान व पदाधिकारी मौजूद रहे।