बरेली। दरगाह आला हज़रत से जुड़े संगठन जमात रज़ा-ए-मुस्तफा के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के उपाध्यक्ष से भेंट की। जमात रज़ा-ए-मुस्तफा की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि बातचीत में तय हुआ कि रामगंगा आवासीय योजना के क्षेत्र में गिराई गई सय्यद ओघा मियां की मजार फिर वहीं बनाई जाएगी।
दरगाह की ओर से काज़ी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती असजद रज़ा क़ादरी (असजद मियां) के निर्देश पर बीडीए कार्यालय गए उनके दामाद फरमान हसन खान (फरमान मियां) ने बीडीए उपाध्यक्ष जोगिन्दर सिंह को बताया कि शरीयत किसी भी मज़ार को दूसरी जगह शिफ्ट करने की इजाज़त नहीं देती। इसलिए मज़ार की दोबारा तामीर (निर्माण) अपनी मूल जगह पर ही कराया जाए। बातचीत में फैसला लिया गया कि जल्द से जल्द मज़ार की तामीर वहीं कराई जाएगी।
गौरतलब है कि बीडीए ने इस मजार को अवैध निर्माण बताते हुए गुरुवार को ध्वस्त कर दिया था। शुक्रवार को नमाज़ ए जुमा जमात रज़ा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खान (सलमान मियां) के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने धरना देकर मज़ार के पुनः निर्माण की मांग की थी।
प्रतिनिधिमंडल में सय्यद हैदर अली, डॉ मेहंदी हसन, शमीम अहमद, कलीमुद्दीन, मोइन खान आदि लोग शामिल रहे।