आंवला (बरेली) उत्तर प्रदेश के बरेली जिले की आंवला नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी (ईओ) राजेश कुमार सक्सेना का कहना है कि पालिका द्वारा बनवाई गई कान्हा गौशाला को जनसहयोग से स्वावलंबी बनाया जाएगा। गौशाला के गोबर और गौमूत्र को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा।

ईओ ने बरेली लाइव को बताया कि गौमूत्र को बेचने के साथ-साथ यहां से प्राप्त गोबर से गोबर गैस का प्लांट चलाने के अलावा लट्ठे भी बनाए जाएंगे जिनका प्रयोग दाह संस्कार सहित विभिन्न कामों में किया जा सकेगा।

अधिशासी अधिकारी ने बताया कि इस गौशाला को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से नगर के सभ्रांत नागरिकों और दानदाताओं के साथ बैठक कर उनके सुझाव भी मांगे जाएंगे ताकि इस पुनीत कार्य में सभी का योगदान हो सके।

कूड़े का भी करेंगे सदुपयोग

कूडा निस्तारण गृह (एनआरएफ सेंटर) में एकत्रित होने वाले कूड़े के व्यावसायिक इस्तेमाल की भी योजना है। इस कूड़े की छंटाई करके सूखे और गीले कूडे को अलग-अलग कर विभिन्न कार्यों में प्रयोग किया जाएगा। नाली और नालों से निकाली जाने वाली सिल्ट को भराव के काम में लाया जाएगा।

गौरतलब है कि नगर पालिका परिषद द्वारा बनवाई गई कान्हा गौशाला का कुछ दिन पहले शुभारंभ हुआ था। इसके निर्माण पर 1 करोड 61 लाख रुपये खर्च हुए हैं। इस गौशाला में करीब 300 गौवंशीय पशुओं को रखने की क्षमता है। गौशाला के समीप ही कूड़ा निस्तारण गृह का उद्घाटन क्षेत्रीय सांसद धर्मेन्द्र कश्यप और विधायक धर्मपाल सिंह ने गौशाला के शुभारंभ के साथ ही किया था।

By vandna

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