बरेली। बांसमंडी इलाके के लिए मंजूर होने के बावजूद श्यामगंज में खुली शराब की भट्ठी पुलिस ने सोमवार को देर रात बंद करा दी। भट्ठी की कैंटीन में बैठकर शराब पी रहे लोगों को लठिया कर खदेड़ दिया। पुलिस दुकान के दो कारिंदों को पकड़कर बारादरी कोतवाली ले गई। इससे पहले दिन में दो बार एक्साइज पुलिस ने दुकान बंद कराई लेकिन टीम के जाते ही दुकान खोल दी जा रही थी। इस लुकाछिपी के खेल के बाद ही पुलिस हरकत में आई। पुलिस कार्रवाई के बाद मंगलवार को दुकान बंद रही।
सरकारी देसी शराब की दुकान बांसमंडी इलाके के लिए मंजूर हुई थी लेकिन लाइसेंसी ने यह दुकान शुक्रवार को श्यामगंज क्षेत्र में खोल दी। इससे आसपास के व्यापारी भड़क गए। उन्होंने शराब की दुकान खुलने की वजह इलाके में असामाजिक तत्व सक्रिय होने की आशंका जाहिर कर दुकान मालिक से किराएदारी वापस लेने की गुजारिश की। इस बीच श्यामगंज में पहले से मौजूद देसी शराब की दुकान के मालिक ने भी आबकारी विभाग से दूसरी दुकान खुलने पर आपत्ति जताते हुए इसे बंद कराने की मांग की। मामला सुर्खियों में आया तो आबकारी पुलिस सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे दुकान बंद कराने पहुंची। दुकान बंद भी करा दी लेकिन जैसे ही टीम वहां से हटी दुकान फिर खुल गई। इसकी शिकायत व्यापारियों और पहले से मौजूद शराब कारोबारी ने की तो अपराह्न करीब चार बजे टीम पुन: वहां पहुंची और दुकान बंद कराई। ठेकेदार के कारिंदों को चेतावनी देकर टीम चली गई लेकिन कारिंदों ने फिर दुकान खोल ली। बाद में इस खेल की बारादरी पुलिस से शिकायत की गई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और रात में दुकान बंद कराकर वहां शराब पी रहे लोगों को दौड़ा लिया। पुलिस दुकान के दो कारिंदों को भी उठा ले गई।
मंगलवार को व्यापारियों ने डीएम, सिटी मजिस्ट्रेट, थाना बारादरी और कोतवाली प्रभारी के नाम रजिस्टर्ड डाक से ज्ञापन भेजकर तत्काल बांसमंडी के ठेकेदार के खिलाफ अनधिकृत स्थान पर दुकान खोलने के लिए कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना था कि यह दुकान इलाके के अमन-चैन और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकती है, लिहाजा इसे किसी कीमत पर खुलने नहीं देना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में अजय कुमार, रमेश चन्द, अभिषेक जसोरिया, संतोष बाबू, गिरीश बाबू सहित करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा व्यापारी शामिल हैं।