बरेली। एसआरएम राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में चल रहे ट्राजिसनल क्यरीक्यूलम कार्यक्रम में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज पीलीभीत के  डॉ. गुरमीत राम ने बताया की चिकित्सा का प्रथम सूत्र निदान (parivarjan) है। आहार, निद्रा एवं दिनचर्या का उचित रूप से पालन करके स्वास्थ्य प्राप्त किया जा सकता है।

डॉ प्रेम प्रकाश गंगवार ने भारतीय परिवेश पैदा होने वाली वनस्पति औषधियों का महत्त्व बताया एवं विभिन्न रोग में उपयोगिता सिद्ध की। डॉ. गरिमा सिंह ने योग एवं मैडिटेशन के महत्व  को बताया। डॉ योगेश कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया।

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