बरेली। बरेली के कुतुबखाना में एक दुकान के ताले उसके मालिक ने तोड़कर किरायेदार को बेदखल करने का दुस्साहस किया, वह भी तब जबकि वह वर्ष 2012 में दुकान की रजिस्ट्री किरायेदार के नाम करने के नाम पर उनसे एक लाख तिरेपन हजार रुपये नकद ले चुका है। बीते आठ साल में उसने न तो दुकान की रजिस्ट्री की और न ही बयाना लौटाया। तीन दिन पूर्व दुकान के ताले तोड़कर कब्जे का प्रयास किया। किरायेदार ने एसएसपी से मिलकर मामले की शिकायत की है। किरायेदार भगवना स्वरूप का कहना है कि इस वारदात में कुतुबखाना पुलिस की मिलीभगत है। एसएसपी ने कोतवाल को फोनकर मामले की जांच करने को कहा है।
भगवान स्वरूप प्रियदर्शिनी नगर पत्रकार कालोनी में रहते हैं। बीते 45 साल से उनकी दुकान कुतुखाना के सराय खाम में हैं। उस पर 10 साल से ताले पड़े थे। भगवान स्वरूप ने बताया कि उनकी एक अन्य दुकान इस दुकान के बराबर में है। वह वहीं बैठे थे। एक फरवरी को शाम करीब छह बजे कुतुबखाना पुलिस चौकी से कर्मचारी आये और उन्हें चौकी प्रभारी ने बुलाया है कहकर चौकी बुला ले गए। इसी बीच उनके पीछे दुकान मालिक और उनके पुत्र ने कुतुबखाना चौकी के पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में दुकान के ताले तोड़कर उस पर कब्जे का प्रयास किया।
भगवान स्वरूप ने बताया कि किरायेदारी बीते 45 साल से है और वह नियमित रूप से दुकान का किराया दुकान मालिक को अदा कर रहे हैं। 22 सितम्बर 2012 को दुकान मालिक के पुत्र ने उन्हें दुकान खरीदने का ऑफर दिया। बातचीत में दुकान की कीमत 10 लाख तय हुई। इसके एवज में उन्हें संभ्रान्त लोगों की मौजूदगी में एक लाख तिरेपन हजार एक सौ रुपये नकद बतौर एडवान्स दिये गए। इसके बाद कई बार उन्होंने रजिस्ट्री का समय दिया लेकिन वे नहीं पहुंचे। इसी तरह आठ साल बीत गए। इसके बाद बीती जुलाई में इन लोगों ने फोन पर धमकी दी जिसकी सूचना उन्होंने तत्काल पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
भगवान स्वरूप ने बताया कि पुलिस की इस लापरवाही से इन लोगों का दुस्साहस इतना बढ़ गया कि तीन दिन पूर्व इन लोगों ने दुकान के ताले तोड़ डाले। इस पर दो फरवरी को उन्होंने एसएसपी से मिलकर मामले की शिकायत की। एसएसपी ने तत्काल कोतवाल को फोन कर ताले टूटने की जांच कर तुरन्त रिपोर्ट देने को कहा।
इसके बाद तीन फरवरी को कोतवाल गीतेश कपिल ने मौका मुआयना कर टूटे तालों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करायी। पीड़ित का कहना है कि वह फरवरी 2021 तक का किराया स्वयं दुकान मालिक को दे चुका है जिसकी रसीद स्वयं दुकान मालिकने अपने हस्ताक्षर से उन्हें दी है। इसके बावजूद ताले तोड़े जाने की वारदात से वह सदमे में हैं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।