बरेलीः कहते हैं न कि घूरे के दिन भी बदलते हैं, तो अपने शहर में भी नये साल में बहुत कुछ बदल गया। न केवल 30 साल से बाकरगंज के लोगों के लिए मुसीबत बने हुए डलाव (कूड़े का ढेर) का निस्तारण शुरू हो गया, बल्कि करीब 20 साल से उपेक्षा का दंश झेल रही सीबी गंज की खलीलपुर रोड का पुनर्निर्माण भी शुरू हो गया है। लगातार दूसरे दिन इस सड़क पर रोलर चला और आसपास रहने वाले करीब 10 हजार लोगों के चेहरे पर राहत भरी मुस्कान थिरकती दिखी।
पिछले करीब पांच साल से खलीलपुर रोड की हालत कुछ ज्यादा ही खराब थी। नगर निगम में कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। आये दिन होने वाली दुर्घटनाओं की वजह से परेशान लोगों ने मजबूरन स्वयं ही जगह-जगह मलबा डालकर गड्ढे पाटने शुरू कर दिए, फिर भी परेशानी तो थी ही क्योंकि गड्ढे भले ही भर गये हों पर सड़क की सतह एकसार नहीं पायी थी।
करीब एक साल पहले स्थानीय पार्षद उषा उपाध्याय के प्रयास से इस सड़क के पुनर्निर्माण की फाइल आगे बढी पर फिर फाइलों के ढेर के बीच डंप हो गयी। लोगों ने दबाव बनाया तो पार्षद के प्रतिनिधि अंकित उपाध्याय ने प्रयास शुरू किए पर फाइल कुछ आगे सरक कर फिर दब गयी। करीब एक महीने पहले गड्ढा मुक्त अभियान के तहत इस सड़क की मरम्मत के प्रस्ताव को मेयर डॉ उमेश गौतम ने मंजूर दे दी। अगले ही दिन ठेकेदार का अमला हॉटमिक्स से मरम्मत करने पहुंच गया लेकिन कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के चलते ऐसा गदर काटा कि लेबर भाग खड़ी हुई।
इससे परेशान लोगों ने फिर पार्षद उषा उपाध्याय के यहां गुहार लगायी। इस पर उनके प्रतिनिधि के प्रयास के चलते एक साल से दबी पड़ी फाइल फिर बाहर निकाली गयी। फिलहाल मुख्य सड़क के लगभग 500 मीटर लम्बे हिस्से पर हॉट मिक्स का काम चल रहा है। इस दौरान पार्षद उषा उपाधयाय ने न केवल स्वयं कार्य का निरीक्षण किया बल्कि उनके प्रतिनिधि अंकित उपाध्याय पूरे समय मौके पर डटे रहे।
उषा उपाध्याय ने बताया कि खलीलपुर रोड का गोपाल डेयरी वालों के मकान से आगे का हिस्सा काफी तंग है। यहां पर कई जगह रोलर चल पाना मुश्किल है। इसके मद्देनजर इस बचे हुए हिस्से को आरसीसी से बनवाने की मांग लोगों ने की है। इस कार्य को कराने के लिए भी प्रयास किया जा रहा है।
अंकित उपाध्याय ने बताया कि क्षेत्र में ज्यादातर स्थानों पर स्ट्रीट लाइट लग गयी है, बचे हुए स्थानों को रात में रोशन करने का कार्य भी जल्द ही हो जायेगा।.
“देश में डबल इंजन की सरकार और माननीय महापौर डॉ उमेश गौतम के सहयोग से खलीलीपुर रोड को हॉटमिक्स से बनाने का कार्य संभव हो पाया है।