Bareillylive. बरेली में एक फर्जी दरोगा पकड़ा गया है। उसे एक महिला अधिवक्ता की शिकायत पर पकड़ा गया। इस फर्जी दरोगा ने सोशल मीडिया के माध्यम से महिला अधिवक्ता को विवाह का प्रस्ताव किया। आज वह उससे मिलने बरेली पहुंचा था। मामला बरेली कोतवाली क्षेत्र का है।
पकड़ा गया फर्जी दरोगा लखनऊ के आशियाना में रहता है जबकि मूलतः बनारस के पांडेपुर निवासी सत्यम तिवारी पुत्र अमर तिवारी है। उसे रेलवे जंक्शन से पुलिस की वर्दी, पुलिस का फर्जी आईकार्ड के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
बताया जाता है कि सत्यम तिवारी और महिला अधिवक्ता के बीच सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क हुआ था। सत्यम तिवारी ने खुद को पुलिस विभाग का दरोगा बताया था जबकि वह वास्तव में ओला कंपनी का कार चालक है। उसने महिला अधिवक्ता से विवाह का प्रस्ताव किया था। बातचीत के दौरान फर्जी दरोगा ने अपना नाम वाराणसी निवासी सत्यम त्रिपाठी बताया और खुद को 2019 के बैच का बताते हुए अपनी पोस्टिंग लखनऊ के हजरतगंज थाने में बताई।
अधिवक्ता ने उसका प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और आज सत्यम तिवारी महिला से मिलने के लिए बरेली पहुंचा था। महिला अधिवक्ता ने उसकी वर्दी पर बैज गलत तरीके से लगा हुआ देखा और शक होने पर उससे कानून की कुछ धाराओं के बारे में बातचीत की। इस पर सत्यम उसे संतोषजनक जवाब नहीं दे सका तब महिला अधिवक्ता का शक पुख्ता हो गया।
उसने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पुलिस वर्दी में मौजूद सत्यम तिवारी को हिरासत में ले लिया। उसके पास बाकी टाकी और पुलिस विभाग का फर्जी आईकार्ड भी भी बरामद हुआ। पुलिस फर्जी दरोगा बने सत्यम तिवारी को पकड़ कर थाने ले गई और पूछताछ शुरू कर दी।