बरेली। भमोरा में पिछले महीने ट्रक कब्जे में लेकर उसमें भरा डाबर वाटिका शैंपू अपने कैंटर में लादकर ले जाने वाले गैंग का बरेली पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मेरठ गैंग के यह छह बदमाश शैम्पू लूटकर ट्रक और ड्राइवर को बदायूं में छोड़ गए थे। पुलिस ने छह बदमाशों को पकड़कर माल के साथ ही बेचे गए शैंपू के चार लाख रुपये भी बरामद कर लिये। यह जानकारी एसएसपी शैलेष पाण्डेय ने बुधवार को एक प्रेसवार्ता में दी।
एसएसपी ने बताया कि इन बदमाशों ने शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, उन्नाव में भी लूट करना कबूल किया है। वहां की लूट का माल भी बरामद किया गया है। बताया कि सात दिसंबर की रात भमोरा क्षेत्र में ट्रक में रुद्रपुर से गुजरात ले जाए जा रहे डाबर वाटिका शैंपू को लूट लिया था। ड्राइवर बिथरी के गांव फरीदापुर इनायत खां निवासी विक्की शाह को बंधक बनाकर बदायूं-चंदौसी मार्ग पर ले गए। वहां उसके ट्रक से कुल 1863 पेटी में से 773 पेटियां अपने कंटेनर में लादीं और ड्राइवर को ट्रक समेत बदायूं के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में छोड़ गए थे। बदायूं पुलिस के आनाकानी करने पर रिपोर्ट भमोरा में रिपोर्ट लिखी गई थी।
मंगलवार रात भमोरा में कुड्ढा के पास पुलिस ने मुठभेड़ में छह बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें गैंग का सरगना मेरठ के किला परीक्षितगढ़ निवासी शाहिल उर्फ मुशर्रत, साजिद, गाजियाबाद के साहिबाबाद थाने के संजयनगर का परवेज उर्फ कल्लू और अनिल, मेरठ के किठौर का अजीम व गाजियाबाद के मोदीनगर थाने के देव विहार का कपिल त्यागी शामिल थे। इनके साथी परीक्षितगढ़ मेरठ निवासी शेर मोहम्मद उर्फ पहलवान और हापुड़ के सिंभावली थाने के गांव वैठ निवासी वसीम उर्फ प्रधान फरार हो गए।
एसएसपी ने बताया कि घटना में इस्तेमाल कैंटर, लूटी गईं 29 पेटी, बेचे गए माल के चार लाख रुपये और तीन तमंचे बरामद हुए हैं। इस गैंग ने इसी तरह 12 दिसंबर की रात शाहजहांपुर के मदनापुर से डिटॉल साबुन, एक दिसंबर को मैगलगंज खीरी से च्यवनप्राश और 17 दिसंबर की रात उन्नाव के आसीवन थाना क्षेत्र से मैगी लूटने की घटनाओं का भी खुलासा किया। इन घटनाओं का कुछ माल भी बरामद हुआ है। एसएसपी ने खुलासा करने वाली टीम को बीस हजार का ईनाम देने की घोषणा की।
मेरठ के गैंग ने कई वारदातें करना कबूल किया है। बदमाश एक ही स्टाइल में कई जिलों में वारदातें कर चुके हैं, जिनका खुलासा किया गया है। दूसरे राज्यों में भी इनके खिलाफ मामले दर्ज हैं। नई साल में बरेली पुलिस की यह बड़ी उपलब्धि है। – शैलेश पांडेय, एसएसपी