आंवला (बरेली)। नलकूप कॉलोनी में बीते सप्ताह हुई एक युवक की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में जहां राजनीति गर्मा गई है, वहीं वाल्मीकि समाज इस मामले में समाज के कुछ युवकों के नाम आने से नाराज है और पुलिस की कार्रवाई को संदिग्ध व अमानवीय बताते आंदोलित है। राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा के आह्वान पर नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार को पालिका के गेट पर प्रदर्शन किया और अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी।
सफाई कर्माचारियों की हड़ताल की जानकारी उच्च अधिकारियों को होने पर पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ), कोतवाल और कस्बा इंचार्ज पालिका पहुंचे तथा चेयरमैन संजीव सक्सेना से सफाई कर्मचारियों को समझाने की बात कही। इस पर चेयरमैन संजीव सक्सेना ने सफाई कर्मचारियों और वाल्मीकि समाज की वार्ता कराई किंतु संगठन के लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे। राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा के नगर अध्यक्ष बंटी वाल्मीकि, आकाश वाल्मीकि एवं संजय चौधरी ने कहा कि उक्त घटना की उच्च स्तरीय जांच हो और निर्दोष लोगों पुलिस की कार्रवाई तत्काल रोकी जाए। उनका कहना था कि पुलिस ने गलत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है और समाज के लोगों को परेशान कर रही है। साथ ही मांग उठी कि उत्पीड़न को तत्काल रोकते हुए कोतवाल का स्थानांतरण किया जाए।
राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा ने आरोप लगाया कि नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन इस पूरे मामले में राजनीति करते हुए चुनावी रंजिश निकाल रहे हैं।
सायंकाल विधायक धर्मपाल सिंह नगर पालिका पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बात की। उन्होंने कोरोना काल का हवाला देते हुए प्रदर्शन और हड़ताल खत्म करने को कहा। इस पर वहां मौजूद लोगों ने उनकी बात मानते हुए अनिश्चितकालीन सफाई कार्य बहिष्कार की बात कही।
गौरतलब है पिछले सप्ताह नलकूप कॉलोनी में चोरी के आरोप में एक व्यक्ति की पेड़ से बांधकर पिटाई की गई थी जिसकी बाद में मृत्यु हो गई थी। इस मामले में पीड़ित परिवार द्वारा नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।