बरेली :रविवार 26 जनवरी को बरेली जंक्शन पर जहां एक तरफ रेल अधिकारी और कर्मचारी गणतंत्र दिवस मना रहे थे। वहीं एक स्मैकिया ने यार्ड में खड़ी बरेली-पैसेंजर के जनरल कोच की सीट में आग लगा दी। रेल कर्मचारी कोच में धुआं उठता देखकर दौड़े और आग को बुझाया। इतनी देर में आधी सीट जल चुकी थी। सही समय पर आग को देखकर बुझाया गया नहीं तो पूरी ट्रेन ही आग की चपेट में आ गयी होती।
बरेली- दिल्ली पैसेंजर प्रतिदन शाम को 05:15 बजे बरेली जंक्शन से दिल्ली को रवाना होती है। रात को 3:30 बजे दिल्ली पहुंचती है। सुबह को वहां से चलकर दोपहर को ही बरेली आ जाती है। रविवार को बरेली-दिल्ली पैसेंजर यार्ड में खड़ी थी। दोपहर
05 :15 बजे गाड़ी के एक जनरल कोच में धुआं निकलने लगा। उस समय रेल अधिकारी और कर्मचारी ध्वजारोहण के बाद जंक्शन पर चेकिंग कर रहे थे। यार्ड में पैसेंजर गाड़ी के कोच से धुआं निकलते देखा तो अधिकारी और आरपीएफ-जीआरपी पहुंची।
रेल कर्मचारियों ने सीट में लगी आग को बुझाया। इतनी देर में आधी सीट जल चुकी थी। कोच में चेकिंग की गई तो सीट के पास माचिस की कई तीलियां पड़ी थीं। देखा गया यार्ड से कुछ दूर दो-तीन स्मैकिया घूम रहे थे। यहां अक्सर आरपीएफ स्मैकियों को भगाने के लिए अभियान चलाती है। स्मैकिए खाना की तलाश में स्टेशन के आसपास ही पहुंच जाते हैं। कैरिज एंड वैगन विभाग के अधिकारियों ने उस सीट को ठीक कराया। शाम को गाड़ी रवाना कराई गई। आरपीएफ का कहना है, सीट का कुछ हिस्सा जल गया था। संभवता, किसी स्मैकिया ने कोई जलती हुई वस्तु को सीट पर रखा दिया था। जिससे आग लगी।