पीलीभीत। कानून भी तीन तलाक पर रोक नहीं लगा पा रहा।लगातार तलाक के मामले सामने आ रहे हैं हाल ही में शौहर ने मामूली बात पर बोल दिया-तलाक, तलाक, तलाक…। इतना ही नहीं, मारपीटकर घर से निकाल दिया। लाख कोशिश के बाद भी परिजन नहीं पसीजे। इस बीच हालात के आगे बेबस युवती के जीवन में मुहल्ले का ही युवक आया। उसे सहारा दिया। दोनों में करीबी बढ़ी तो युवती ने धर्म परिवर्तन कर हिंदू रीति-रिवाज से युवक संग शादी कर ली। अब नव दंपती को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने एडीजी बरेली से मिलकर सुरक्षा मांगी है।

शहर में ईदगाह रेलवे क्रॉसिंग के निकट स्थित काशीराम कॉलोनी में किराये के कमरे में रहने वाले मोहम्मद रईस का निकाह तीन साल पहले मुहल्ला देशनगर निवासी रेशमा (29) के साथ हुआ था। कुछ समय बाद मियां-बीवी के बीच अनबन होने लगी। पांच अप्रैल को रईस ने रेशमा को तीन तलाक दे दिया और जमकर मारपीट भी की।
बावजूद रेशमा शौहर के साथ सुलह की कोशिश करती रही मगर वह नहीं पसीजा। इसी दौरान रेशमा के जीवन में कॉलोनी निवासी दीपू पुत्र लालाराम आया। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदली। हालात की शिकार रेशमा को दीपू ने जीवन भर साथ निभाने का भरोसा दिया। आखिर में दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया और बरेली जा पहुंचे।

रेशमा से बनी रानी

वहां के मुहल्ला छोटी बमनपुरी स्थित अगस्त मुनि आश्रम में युवती ने धर्म परिवर्तन करने के साथ ही नया नाम रानी रख लिया। आश्रम में बुधवार को दोनों शादी कर ली। विवाह की रस्में सनातन धर्म संस्था के आचार्य कृष्ण कुमार शंखधार ने कराईं।
नोटरी पर लिखा स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपनाया

युवती ने नोटरी शपथ पत्र में स्पष्ट किया कि तीन तलाक दिए जाने के बाद पूर्ण स्वेच्छा से हिंदू धर्म अपनाकर दीपू से विवाह किया है। हालांकि, सीओ सिटी धर्म सिंह मार्छाल का कहना है कि इस तरह का प्रकरण अभी तक उनके संज्ञान में नहीं आया है।

By vandna

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