-चौपुला पुल का नाम होगा भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर
-16 जुलाई को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य करेंगे वर्चुअल उद्घाटन
-राजेश अग्रवाल ने केशव प्रसाद मौर्य से फोन पर बात करके तय कराया कार्यक्रम
-पुल के खंभों पर दर्शाई जाएगी अटल बिहारी वाजपेई की जीवनी
बरेली। बरसों के इंतज़ार के बाद शहर को चौपुला पर लगने वाले जाम से निजात मिलने जा रही है। चौपला पर नया वाई शेप पुल बनकर तैयार हो गया है। 16 अगस्त को इसे शहर की जनता को सौंप दिया जाएगा। पुल का नाम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखा जाएगा। भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष व कैंट विधायक राजेश अग्रवाल ने शहर के लोगों की मांग पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से बात करके उद्घाटन के लिए 16 अगस्त का दिन तय कराया है।
बरेली की जनता बरसों से चौपुला और सेटेलाइट चौराहों पर जाम से जूझ रही थी। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद कैंट विधायक व तत्कालीन वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने सेटेलाइट पुल, चौपुला चौराहे पर वाई शेप पुल के साथ ही नकटिया नदी पर 4 पुलों का प्रस्ताव बनाकर उपमुख्यमंत्री व लोक निर्माण विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भेजा। उपमुख्यमंत्री ने जनहित के इस मुद्दे पर रुचि लेते हुए सभी पुलों के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी।
ओवरब्रिज और पुलों के प्रस्ताव पास होने के तुरन्त बाद वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल ने बजट पास किया और सेतु निगम के अधिकारियों के साथ बैठक करके ओवरब्रिज समय पर तैयार करने के आदेश दिए। पुलों के निर्माण में आ रही बाधाएं दूर कराईं। उपमुख्यमंत्री भी इसकी समीक्षा करते रहे। अब चौपला पर नया फ्लाईओवर बनकर तैयार है। इसे शहर की जनता को सौंपने की तैयारी है। सेटेलाइट पुल और नकटिया नदी के पुल पहले ही चालू हो चुके हैं।
शहर के लोगों ने भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल से मिलकर एवं मांग की कि चौपुला पुल का नाम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी सेतु रखा जाए। यह पुल दिल्ली, लखनऊ, नैनीताल और आगरा रोड को जोड़ेगा। लोगों का सफर सुगम होगा और जाम की समस्या खत्म होने से उनका वक्त भी बचेगा। लोगों ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने देश मे स्वर्णिम चतुर्भुज योजना की शुरुआत की थी। उनके विजन के चलते ही देश के हर कोने में सड़कों का जाल पहुंचा। चौपुला पुल का नाम उनके नाम करना उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। खास बात यह के इस पुल के खंभों पर अटल बिहारी वाजपेई की जीवनी चित्रों के माध्यम से दर्शाई जाएगी।
फोन पर बात करके तय कराया कार्यक्रम
राजेश अग्रवाल ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से बात करके पुल के उद्घाटन का कार्यक्रम तय कराया। उन्होंने उपमुख्यमंत्री को बताया कि बरेली के लोग पुल का नाम अटल बिहारी वाजपेई सेतु रखना चाहते हैं। केशव प्रसाद मौर्य ने इस प्रस्ताव को तुरंत अपनी सहमति दे दी। वह 16 अगस्त को पुल का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे। उन्होंने राजेश अग्रवाल से भी पुल के उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित रहने का अनुरोध किया। राजेश अग्रवाल से बातचीत के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने सेतु निगम के अधिकारियों को उनसे बातचीत करने के लिए कालीबाड़ी स्थित आवास पर भेजा। बैठक में यह तय किया गया कि पुल का नाम अटल बिहारी वाजपई सेतु रखा जाएगा। राजेश अग्रवाल से बातचीत के बाद सेतु निगम के अधिकारियों ने उद्घाटन की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
किला क्रासिंग पर नया ओवरब्रिज बनाने की मांग भी उठी
भाजपा कार्यकर्ताओं व सामाजिक संगठनों ने किला रेल क्रॉसिंग पर नया रेल ओवरब्रिज बनाने की मांग भी उठाई है। यहां करीब 40 साल पहले बना फ्लाईओवर जर्जर हो चुका है। राजेश अग्रवाल पहले ही नए किला ओवर ब्रिज पर प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज चुके हैं। शासन स्तर पर प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही किला ओवरब्रिज का काम भी शुरू हो जाएगा। राजेश अग्रवाल ने सेतु निगम के अधिकारियों से इस बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि नए किला पुल के लिए कवायद तेज की जाए।
“चौपला पुल बनकर तैयार हो गया है। मुझे इस बात की खुशी है कि शहर के लोगों ने इसका नाम अटल बिहारी वाजपेई सेतु रखने की मांग की। लोगों की मांग पर मैंने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से बातचीत की और उनको जन भावनाओं से अवगत कराया। उपमुख्यमंत्री ने पुल का नाम अटल बिहारी वाजपेई सेतु रखे जाने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। सेतु निगम के अधिकारी पुल के उद्घाटन की तैयारियों में जुट गए हैं। 16 अगस्त को शहर के लोगों को बरसों पुराने जाम से निजात मिल जाएगी। मेरी तरफ से जनता को ढेर सारी बधाई। उपमुख्यमंत्री का धन्यवाद कि उन्होंने लोगों की इस मांग को सहर्ष स्वीकार किया।
-राजेश अग्रवाल, कैंट विधायक व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, भाजपा