बरेली @BareillyLive. कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं। कांवड़ यात्रा शान्तिपूर्वक निकल सके इसके लिए आज पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने शहर में पैदल मार्च किया। पिछले साल जोगीनवादा में कांवड़ यात्रा के दौरान बवाल हो गया था। इस बार अप्रिय घटना न हो इसके लिए अधिकारियों ने रविवार को पुलिस लाइन के रविंद्रालय सभागार में धर्मगुरुओं और संभ्रांत लोगों के साथ पीस कमेटी की बैठक की।
बैठक में त्योहार के दौरान शांति व्यवस्था और आपसी सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की गई। बैठक के बाद अधिकारियों ने जोगीनवादा में पैदल मार्च किया। डीजे और ताजियों की ट्रैक्टर-ट्राली के साथ ऊंचाई 12 फुट से अधिक न रखे जाने के सख्त निर्देश दिये गये हैं।
बैठक को सम्बोधित करते हुए अपर पुलिस महानिदेशक रमित शर्मा ने बैठक में कहा कि पीस कमेटी के सदस्य पुलिस और जनता के बीच लगातार समन्वय बनाने का काम करते हैं। छोटी-छोटी घटनाओं से जिले का नाम खराब होता है इसलिए सभी को कोशिश करनी होगी कि किसी प्रकार की समस्या न होने पाए और कोई नई परंपरा ना डाली जाए।
12 फुट से ज्यादा न हो कांवड़ के डीजे और मोहर्रम के ताजियों की ऊंचाई
कांवड़ के डीजे और मोहर्रम के ताजियों की ऊंचाई मय ट्रैक्टर ट्राली के 12 फुट से ज्यादा न हो। कांवड यात्रा के जत्थेदारों से वार्ता कर यह भी सुनिश्चित किया जाए कि डीजे निर्धारित मानक ध्वनि से ही बजाए जाएं। डीजे संचालकों को भी इसकी जानकारी दें। सोशल मीडिया पर कोई भी पोस्ट फारवर्ड करने से पहले उसकी जांच कर लें, नहीं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने कहा कि बैठक में सभी ने जो समस्याएं बताई हैं, उनका जल्द निस्तारण कराया जाएगा। कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को समझाएं कि गलत चीजों को फैलने न दें। किसी भी घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को दें।
पुलिस महानिरीक्षक डॉ. राकेश कुमार सिंह ने कहा कि छोटी-छोटी गलतियों या कमियों के कारण बड़ी घटनाएं हो जाती हैं। यदि कोई विवाद हो जाता है तो उसे बढ़ने न दें। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कहा कि किसी भी पर्व के दो पहलू होते हैं। एक व्यवस्थाएं जैसे रोड, विद्युत तार आदि से संबंधित है। यह सभी काम पूरे कराए जा रहे हैं। दूसरा पहलू है कि कानून व्यवस्था का जिस पर पुलिस कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि डीजे की लंबाई-चौड़ाई कम रखें ताकि अनुमति में कोई समस्या न आए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कहा कि शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि जो परंपरागत आयोजन हैं उसमें पुलिस प्रशासन सहयोग करेगा लेकिन जो गैर परंपरागत हैं उसके लिए अनुमति नहीं दी जाएगी।