भमोरा (बरेली)। मजदूरी कर लौट रहे युवक को दो बाइक सवार युवकों ने जख्मीकर लूटा और पुलिया के नीचे बांधकर डाल दिया। भीषण सर्दी में रातभर ठिठुरते रहे युवक को सुबह शौच को गये ग्रामीणों ने खोला। बाद में उसने थाना पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की तो पुलिस ने मामला फर्जी बता दिया।
ग्राम गहर्रा थाना भमोरा निवासी अरविन्द पुत्र ओमकार ने बताया वह आंवला निवासी वेदप्रकाश यादव की दुकान पर बोरिंग करने वाली मशीन पर काम करता है। रविवार देर शाम वह मशीन से लौट रहा था कि आंवला पेट्रोल पम्प से उसने बाइक में पेट्रोल डलवाया। आगे रास्ते उसे शक हुआ कि उसका कोई पीछा कर रहा है। इस पर उसने बाइक आंवला-भमोरा मार्ग पर बल्लिया से जाने की जगह खेड़ा मोड़ से जाने वाले मार्ग से ही जाने लगा। पीछे चल रहे दो बाइकों पर सवार 5 लोगों ने नहर की पुलिया पर पंहुचते ही सिर में रिंच मार दिया, जिससे वह बेहोश हो गया।
कई घंटे बाद होश आने पर उसने पाया की वह पुलिया के नीचे थाम से बंधा हुआ है। सुबह जब एक ग्रामीण शौंच को आया तब उसने हाथ खोले जेबें तलाशने पर जेब में रखे 1800 रूपये व मोबाइल के साथ बाइक गायब थी। वहां से किसी तरह अरविन्द घर पंहुचा और पारिजनों को जानकारी दी। परिजनों ने थाना पुलिस को तहरीर देकर घटना की जानकारी दी। इसपर थाना पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना को फर्जी बताया। एसआई परवेन्द्र कुमार ने बताया अरविन्द दारू का आदि है। परिजनों ने लिखकर दिया है कि कहीं और बाइक छोड़ आया होगा। जैसे ही जानकारी मिलेगी अवगत करायेंगे।
बच्चे छीन विवाहिता को घर से निकाला
भमोरा। ग्राम धर्मपुर थाना बिसौली निवासी आसाराम ने बताया 7-8 वर्ष पूर्व उन्होंने अपनी बेटी चंद्रकली का विवाह अपनी सामर्थ्य अनुसार थाना भमोरा क्षेत्र के गांव नितोई निवासी धर्मेन्द्र पुत्र ओमप्रकाश के साथ की। उससे मेरी पुत्री के 3 बच्चे हैं। रविवार देर शाम दहेज की मांग को लेकर सास, ससुर, देवर के साथ पति ने तीनों बच्चों को अपने पास रख मेरी बेटी को घर से निकाल दिया। सूचना पर पंहुचे पिता ने थाना पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। बताया जाता है पति शराब का आदी है।