ससरकारी चावल

शाहजहांपुर। जिला प्रशासन ने तिलहर की एक राइस मिल श्याम इंडस्ट्रीज पर बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 75 लाख रुपये का चावल सीज कर दिया है। सरकारी क्रय केंद्रों से धान लेने के बाद सरकार को लेवी का चावल न देने पर यह कर्रवाई की गई है। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी ने इस चावल को मिलर्स के चाचा की सुपुर्दगी में दे दिया है।

गत वर्ष प्रशासन से 37.75 लाख क्विंटल के सापेक्ष 44.69 लाख क्विंटल धान की खरीद की गई। निर्धारित मानक 67 प्रतिशत के अनुसार राइस मिलों को 31 अगस्त तक 29.95 लाख क्विंटल कस्टम राइस मिल लेवी चावल देना था। लेकिन, चीनी मिलों ने अभी तक मात्र करीब 29.82 लाख क्विंटल सीएमआर चावल ही प्रशासन को दिया है। करीब 12080 क्विंटल चावल अभी तक मिलों पर बकाया है। कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद चावल न देने पर जिला प्रशासन की ओर से एक राइस मिल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। बुधवार को तिलहर क्षेत्र की श्याम मिल पर छापा मारकर मंडी समिति के 1953 क्विंटल और एसएफसी के 754 क्विंटल कस्टम राइस को जब्त कर सीज कर दिया गया। इस चावल की कीमत करीब 75 लाख रुपये बताई गई है।

संबंधित अधिकारियों ने यह कार्रवाई भी जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह के सख्त निर्दश के बाद की। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी कुमार कमलेश पांडेय अपने साथ उत्तर प्रदेश राज्य खाद्य आवश्यक वस्तु निगम के जिला प्रबंधक अशोक शुक्ला, नायब तहसीलदार भानु प्रताप सिंह, मंडी समिति सचिव रोजा प्रवीण अवस्थी, मंडी समिति तिलहर के सचिव जगदीश वर्मा आदि को लेकर श्याम इंडस्ट्रीज पहुंचे। मौके पर मिले चावल को सीज कर दिया गया।

जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी कुमार कमलेश पांडेय ने बताया कि कई नोटिस के बावजूद राइस मिल स्वामी ने कस्टम राइस मिल का चावल नहीं दिया। इस कारण सीज की कार्रवाई की गई है। यदि मिलर्स ने चावल की धनराशि अदा नहीं की तो आरसी से बकाया वसूली के साथ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।

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