बरेली@BareillyLive। गृह मंत्रालय के निर्देश पर सिविल डिफेंस ने बुधवार रात शहर में ब्लैकआउट मॉक ड्रिल आयोजित की। रात 8 बजे जैसे ही सायरन बजा, 10 मिनट के लिए पूरा शहर अंधेरे में डूब गया। लोगों ने अपने घरों, दुकानों और धार्मिक स्थलों की बिजली बंद कर दी। बताया जाता है कि 1971 के युद्ध के दौरान आखिरी बार ऐसा ब्लैकआउट हुआ था। अब 54 साल बाद बरेली ने फिर से ऐसा नजारा देखा।
दरअसल, भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने देशभर में मॉक ड्रिल के आदेश दिए थे। बरेली में सिविल डिफेंस ने लोगों से रात 8 बजे से 10 मिनट तक घरों की लाइट बंद रखने की अपील की थी। इस अपील का असर ऐसा रहा कि कुतुबखाना, सैटेलाइट, कोतवाली, स्टेडियम रोड, सिविल लाइंस, जंक्शन जैसे इलाकों की सड़कों पर अंधेरा छा गया, और गलियों-मोहल्लों में भी लोगों ने बिजली बंद कर दी।
आईवीआरआई कैंपस, आसपास की सड़कों और क्षेत्रों में युद्ध या आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की गई। इसमें आपदा विशेषज्ञ, मेडिकल टीमें और फायर ब्रिगेड शामिल रहे। मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल की उपस्थिति और जिलाधिकारी अविनाश सिंह के मार्गदर्शन में यह ड्रिल हुई। सिविल डिफेंस कोर के उपनियंत्रक राकेश मिश्र ने आपदा की स्थिति और राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। विशेषज्ञों ने छात्रों, एनसीसी कैडेट्स और आम लोगों को युद्ध जैसी स्थिति में “क्या करना चाहिए और क्या नहीं” के बारे में बताया।
इस मॉक ड्रिल में एडीसी पंकज कुदेशिया, प्रमोद डागर और डिप्टी चीफ वार्डन रंजीत वशिष्ठ ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। तैयारियों की निगरानी एडीएम सिटी ने की। सिविल डिफेंस कोर के 500 से अधिक वार्डनों ने विभिन्न भूमिकाएं बखूबी निभाईं।
आपात स्थिति में क्या करें:
- जरूरी दस्तावेज (आधार, पहचान पत्र, जमीन के कागज, बैंक विवरण) एक बैग में रखें।
- घर में फर्स्ट एड किट, सूखा राशन, पानी, टॉर्च, बैटरी और नकदी रखें।
- मोबाइल और पावर बैंक चार्ज रखें।
- रेडियो या सरकारी खबरों से अपडेट रहें।
- नजदीकी शरणस्थल या बंकर की जानकारी रखें।
- बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था करें।
- सभी को आपातकालीन योजना बताएं।
- यदि संभव हो, सुरक्षित स्थान पर जाएं।
- मजबूत दीवारों के पास या नीचे शरण लें।
- निकासी का आदेश मिलने पर तुरंत पालन करें।
आपात स्थिति में क्या न करें:
- अफवाहों पर भरोसा न करें, सोशल मीडिया या अनजान स्रोतों की खबरों को बिना जांचे न फैलाएं।
- बिना योजना के बाहर न निकलें, यह खतरनाक हो सकता है।
- केवल जरूरी होने पर और सुरक्षा सुनिश्चित करके ही बाहर जाएं।
- ध्यान भटकाने वाले कार्यों से बचें, युद्ध में अनुशासन जरूरी है।
- हथियार या संदिग्ध वस्तुओं को न छुएं, विस्फोटक या संदिग्ध चीज मिलने पर प्रशासन को तुरंत सूचित करें।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों जैसे बाजार या स्टेशन से बचें, ऐसी जगहों पर खतरा बढ़ सकता है। अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।