आँवला (बरेली)। सरकारी पुस्तकों की कमी और अनुपलब्धता झेल रहे नगर के बच्चों के लिए यहां जीजीआईसी में एनसीईआरटी की पुस्तकों का मेला लगाया गया। शनिवार को लगा यह मेला अच्छा प्रयास तो रहा लेकिन यहां उपलब्ध पुस्तकें छात्र संख्या के मुकाबले ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई। हालांकि कई स्कूलों के शिक्षक और प्रधानाचार्य स्वयं अपने विद्यार्थियों को लेकर पहुंचे और किताबें दिलवायीं।
मेले में चाचा नेहरू इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य उमाशंकर शर्मा, जीजीआईसी की प्रधानाचार्य सुमन निगम, श्रीसुभाष इण्टर कालेज के शिक्षक रवि सिंह अपने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को लेकर पहुंचे। इन सभी ने अपने विद्यार्थियों को किताबें उपलब्ध करायीं। सभी ने एक ही स्थान पर बच्चों को उचित दर पर किताबें उपलब्ध कराने का स्वागत किया। इनका कहना था कि सरकार द्वारा सभी विद्यालयों में एनसीआरटी की एक समान पुस्तकें लागू करवाना सराहनीय कदम है।
उमड़ पड़ी छात्र-छात्राओं की भीड
जैसे जैसे दिन चढ़ा स्टाल पर छात्र-छात्राओं की भीड उमड़ पड़ी। हालात ये हो गये कि अधिकांश विद्यार्थी बिना पुस्तकें खरीदे ही लौट गये। इन लोगों ने पुस्तक विक्रेता के पास पूरा कोर्स न होने की शिकायत की। राफिया, अमित शानू, अजय, रहमत, निखिल आदि का छात्र-छा़त्राओं कहना है कि स्टाल पर पूरी किताबेंं नहीं है। प्रत्येक कक्षा की 1-2 किताबें ही मिल पा रही हैं। कक्षा 9 व 10 की आधे से ज्यादा किताबें यहां उपलब्ध नहीं है।
बड़ी आस से आए थे निराशा हाथ लगी
इण्टरमीडिएट के छात्र-छात्राओं ने बताया कि भौतिक विज्ञान व रसायन विज्ञान की किताबे नहीं हैं। प्रत्येक कक्षा की जो किताबों के सेट तो बच्चों को दिये जा रहे हैं। यदि किसी को एक विषय की एक किताब चाहिए तो वह नहीं मिल रही है। अध्यापक रवि सिंह का कहना है बड़ी आस के साथ बच्चे यहां आए थे परन्तु निराशा हाथ लगी है। जो किताबें चाहिए वह उपलब्ध ही नहीं हैं।
वही प्रधानाचार्य उमाशंकर शर्मा का कहना है कि प्रदेश मे जितने प्रकाशन चल रहे हैं उन सभी की किताबें यहां होनी चाहिए परन्तु यहां पर मात्र एक ही प्रकाशन की किताबेंं उपलब्ध हैं। जिससे छात्र-छात्राआें को परेशानी हो रही है। वहीं किताबें न मिलने से नाराज छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रर्दशन किया।
वहीं जीजीआईसी के प्रधानाचार्य सुमन निगम का कहना है कि विद्यार्थियों की संख्या के अनुपात में ऐसे कई स्टॉल और मेले लगाने होंगे तब कहीं जाकर किताबों की पूर्ति हो सकेगी। यहां पर विभिन्न विधालयों के अध्यापक पं. जनार्दन शर्मा, सौरभ शर्मा, राकेश कुमार राधिका, उर्मिला, मृदुला, इन्द्रेश कुमार, नीलम राठौर, आदि मौजूद रहीं।