शरद सक्सेना, आंवला (बरेली)। लोकसभा में शुक्रवार को वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट (Budget 2019) प्रस्तुत किया। इसे लेकर तहसील में जहां भाजपाइयों ने इसे सर्वाधिक अच्छा बजट बताया वहीं विपक्षी दलों ने इसे चुनावी बजट करार दिया। ’बरेली लाइव‘ ने लोगों से बात की तो कुछ ऐसी प्रतिक्रियाएं आयीं-

सर्वव्यापी व सर्वस्पर्शी बजट

नगर पालिका चेयरमैन संजीव सक्सेना बोले-पिछले 70 साल का सबसे अच्छा और ऐतिहासिक बजट है। इसमें देश के प्रधानमंत्री ने किसान, नौजवान, शोषित, वंचित, सरकारी नौकरपेशा, व्यापारी सभी के हितार्थ बनाया है। यह सर्वव्यापी व सर्वस्पर्शी बजट है।’’

भ्रमित करने वाला बजट

कांग्रेस पीसीसी सदस्य रिटायर्ड अध्यापक आफताब अहमद खां ने इसे भ्रमित करने वाला बताया। बोले- यह पूरी तरह से चुनावी बजट है। यह किसानो को प्रलोभन देने वाला बजट है। नौकरीपेशा लोगों को कुछ राहत अवश्य दी गई है। ऐसे ही सपा सरकार द्वारा बेरोजगारी भत्ते के नाम पर उनके खाते में पहली किश्त डाल दी गई बाद में इसे सब भूल गए। यह 2019 के चुनावों में जनता को भ्रमित करने वाला है।’’

सरकार की नीयत पर सवाल

कृषक व समाजसेवी बीडी वर्मा ने कहा कि यह एक लालीपॅाप है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने वाली सरकार धरातल पर आकर देखे आमदनी आधी रह गई है। सरकार की नीयत पर यह बजट सवालिया निशान लगाता है और पूरी तरह से चुनावी बजट है।’’

बजट का स्वागत

चाचा नेहरु इंटर कालेज के प्रधानाचार्य उमाशंकर शर्मा ने कहा हम मोदी सरकार के बजट की प्रशंसा करते है। इसमें प्रत्येक वर्ग का ख्याल रखा गया है। खासतौर से किसान व सरकारी कर्मचारियों का हमारे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जो आयकर दाता बन गए थे, उनको इससे बहुत बडा लाभ मिलने जा रहा है। हम बजट का स्वागत करते है।’’

सपा निर्वतमान जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव बोले- साढ़े चार साल तक कुछ न करने वाली सरकार अब 2019 के चुनावों में लालीपॉप थमा रही है। बजट पूरी तरह से चुनावी और किसानो के साथ मजाक है।

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