बरेली। किसी भी चुनाव के दौरान लोगों के जेहन में एक सवाल रहता है कैसा है हमारा प्रत्याशी, जीतने के बाद क्या करेगा? क्षेत्र के विकास को लेकर उसका क्या विजन है? आम आदमी इन सवालों को अपने प्रत्याशियों से पूछ नहीं पाता है। लोग इन्हें पूछ सकें और अपने सम्भावित प्रतिनिधि का नजरिया जान सकें इसके लिए सेंट्रल यूपी चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कैंट और शहर विधानसभा सीट से सभी प्रमुख दलों के प्रत्याशियों को लोगोें के बीच एक मंच पर बुलाया। सेमिनार का विषय रखा गया था-बरेली का औद्योगिक एवं व्यापारिक विकास भावी विधायकों की नजर में।
सेमिनार में इन प्रत्याशियों ने उद्योगों को बढ़ावा देने का भरोसा दिलाया। लोगों ने प्रत्याशियों से सवाल पूछे और सुझाव भी दिये।
कैंट सीट से भाजपा प्रत्याशी राजेश अग्रवाल समय पर पहुंचे, लेकिन कार्यक्रम शुरू नहीं होने पर चले गये। इसके अलावा शहर सीट से भाजपा के डाॅ. अरुण, बसपा के इंजीनियर अनीस अहमद, और सपा-कांग्रेस के प्रेम प्रकाश अग्रवाल, कैण्ट सीट से बसपा के राजेन्द्र गुप्ता, सपा-कांग्रेस के नवाब मुजाहिद हसन खां पहुंचे थे। इसके अलावा शहर सीट से लड़ रहे अमित खण्डेलवाल भी मौजूद रहे। उन्होंने आम नागरिक की हैसियत से प्रत्याशियों से सवाल पूछे।
सेमिनार में संस्था के संरक्षक के रूप में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार पहुंचे थे। उन्होंने चैम्बर के इस प्रयास की मुक्त कण्ठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वोट देने से पहले अपने प्रत्याशी की सोच और उसकी पार्टी की सोच को जानना बहुत जरूरी है। ऐसे में इस तरह के प्रयास बेहद महत्वपूर्ण हो जाते हैं। महापौर डा. आइएस तोमर विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर थे। उन्होंने भी कई बिन्दुओं पर अपनी राय रखी।
कार्यक्रम में मुख्य रुप से सेंट्रल यूपी चैम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष घनश्याम खंडेलवाल, सचिव विमल रेवाड़ी, डाॅ. केशव अग्रवाल, भारत भूषण शील, चंद्रभूषण, किशोर कटरू, डाॅ. प्रमेन्द्र माहेश्वरी, डाॅ. रवीश कुमार, डाॅ. विमल भारद्वाज, डाॅ. मनीष शर्मा, डाॅ. विमल नवीन चैधरी, डाॅ. अतुल अग्रवाल, सीए शरद मिश्रा, सीए कपिल अग्रवाल, सीए राजन विद्यार्थी, उन्मुक्त संभव शील, हर्षवर्धन गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
क्या करेंगे प्रत्याशी –
मैंने शहर भर में घूमकर देखा है कि लोग किस कदर गंदगी के बीच रहने को मजबूर हैं। अगर जीत हुई तो सबसे पहले शहर से कूड़े की समस्या से निजात दिलाऊंगा। कानून व्यवस्था को ठीक किया जाएगा, क्योंकि अगर उद्यमी सुरक्षित नहीं तो उद्योग कैसे चला सकेगा। सैटेलाइट सिटी विकसित किया जाएगा। इंजीनियर अनीस अहमद, बसपा प्रत्याशी, शहर सीट
सर्राफा उद्योग ने 42 दिन तक बड़ी तड़प झेली है। सरकारें उद्योग लगाने की बात सरकार करती हैं, सिंगल विण्डो की बात करते हैं उनके प्रतिनिधि लेकिन व्यापारियों पर इंस्पेक्टर राज हावी किया जाता है। हमारी पार्टी ने उद्योग लगाये हैं, औरों ने उद्योग उखाड़े हैं। जीतने पर इलाके को इंडस्ट्री हब बनाने का प्रयास करूंगा। रोजगार के अवसर बढ़ने के प्रयास होंगे। प्रेम प्रकाश अग्रवाल, कांग्रेस प्रत्याशी, शहर सीट
मैं तो विपक्ष का विधायक हूं। मेरा काम प्रयास करना है, अगर सरकार न माने तो मैं क्या कर लूंगा? पूरे प्रदेश में इंडस्ट्री ना के बराबर हैं। एसेंबली में सीएम से पूछा कि 500 करोड़ की कितनी इंडस्ट्री लगीं। उन्होंने 14 कंपनियों से एमओयू साइन होने की बात कही। पांच साल में सिर्फ एक लग पाई नोएडा में और एक पूर्वांचल के किसी जिले में। इस बार जीता तो कम से कम एक बड़ा उद्योग लगाने का प्रयास करुंगा। लाइसेंस के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी बनाऊंगा। डॉ. अरुण कुमार, भाजपा प्रत्याशी, शहर सीट
राजनेताओं को अब गेंद इस पाले से उस पाले में डालने की प्रवृति छोड़ देनी चाहिए। पिछले सालों में जनप्रतिनिधियों ने जो नहीं किया, उसे करके दिखाएंगे। उद्यमी इंडस्ट्री लगाने का संकल्प लें, हम उसे हर हाल में पूरा करेंगे। शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने का प्रयास करुंगा। यातायात, पार्किंग व रोजगार की व्यवस्था करेंगे। राजेंद्र गुप्ता, बसपा प्रत्याशी, कैंट विधानसभा
हमारी पार्टी की नीति हमेशा देश के विकास की रही है। पार्टी की सरकार के दौरान देश में हजारों उद्योग लगे। अब नोटबंदी की दिक्कतों ने इंडस्ट्री को बंदी के कगार पर पहुंचा दिया। मजदूरों को काम नहीं मिल रहा। चुनाव जीतने पर पहली प्राथमिकता उद्योगों के लिए प्रोत्साहन की नीति लाना होगा। रोजगार के अवसर मुहैया कराना होगा। नवाब मुजाहिद हसन, कांग्रेस प्रत्याशी, कैंट विधानसभा