BareillyLive. बरेली में आज आला हज़रत फ़ाज़िले बरेलवी के 104वें उर्स-ए-रज़वी के दूसरे दिन आज मुफ़स्सिर-ए-आज़म और रेहाने मिल्लत के कुल शरीफ की रस्म अदा की गयी। यह रस्म दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां की सरपरस्ती और सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां की सदारत, सय्यद आसिफ मियां और उर्स प्रभारी राशिद अली खान की देखरेख में अदा की गईं। उलेमा ने सभी बुजुर्गों को खिराज पेश किया। वहीं आज भी जायरीन की बढ़ी तादात में भीड़ दरगाह आला हजरत व उर्स स्थल इस्लामिया मैदान में पहुंचती रही। आज भी बड़ी तादात में दुनियाभर के अकीदतमंदों ने दरगाह पर गुलपोशी और चादरपोशी कर अपने हक में दुआएं कीं।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स के दूसरे दिन आज कुरान ख्वानी से आगाज हुआ। हाजी गुलाम सुब्हानी और नातख़्वा आसिम नूरी में मिलाद का नजराना पेश किया। इसके बाद मुफ़्ती सलीम नूरी ने रेहाने मिल्लत को खिराज़ पेश करते हुए कहा कि आपने मसलक व मजहब के प्रचार प्रसार के लिए हिंदुस्तान ही नही बल्कि दुनिया के दो दर्जन से अधिक मुल्कों का दौरा किया। आप खानदान के पहले शख्स थे जिन्होंने सबसे पहले एशिया के अलावा अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप आदि के मुल्कों का सफर किया। आपने हमेशा इंसानियत व लोगों की भलाई के लिए काम किये। बता दें सुबह 9 बजकर 58 मिनट पर रेहाने मिल्लत और 10 बजकर 30 मिनट पर मुफ़स्सिर आजम के कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। वहीं आज देर रात मुफ्ती आजम-ए-हिन्द के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी।
उर्स की व्यवस्था में उर्स प्रभारी राशिद अली खान, मौलाना ज़ाहिद रज़ा, परवेज़ नूरी, अजमल नूरी, ताहिर अल्वी, शाहिद नूरी, औरंगजेब नूरी, हाजी जावेद खान, नासिर क़ुरैशी, मंज़ूर रज़ा, आसिफ रज़ा, शान रज़ा, सय्यद फैज़ान रज़ा, यूनुस गद्दी, खलील क़ादरी, रईस रज़ा, तारिक सईद, मुजाहिद रज़ा,आसिफ नूरी, जुहैब रज़ा, आलेनबी, मोहसिन रज़ा, इशरत नूरी, ज़ीशान कुरैशी, हाजी अब्बास नूरी, सय्यद माजिद अली, सय्यद एज़ाज़, काशिफ सुब्हानी, फ़ारूक़ खान, साजिद नूरी, गौहर खान, जोहिब रजा, सबलू अल्वी, गफ़ूर पहलवान, सरताज बाबा, शहज़ाद पहलवान, आरिफ रज़ा, एडवोकेट काशिफ रज़ा,अजमल खान, समी खान, सुहैल रज़ा, शाद रज़ा, अरबाज़ रज़ा, अदनान खान, जावेद खान,अब्दुल माजिद,अयान क़ुरैशी, साकिब रज़ा, रोमान रज़ा, हाजी शकील नूरी, ज़हीर अहमद, फ़ैज़ कुरैशी, नईम नूरी, मुस्तक़ीम नूरी, इरशाद रज़ा,आसिम नूरी, अश्मीर रज़ा, फ़ैज़ी रज़ा, अल्ताफ रज़ा, सलमान रज़ा, सय्यद जुनैद, सय्यद फरहत, ताहिर रज़ा, शाहीन रज़ा, जावेद खान, नफीस खान, हाजी शारिक नूरी, अज़हर बेग, जुनैद रज़ा चिश्ती, अब्दुल वाजिद नूरी, यूनुस साबरी, शारिक बरकाती, फय्याज हुसैन, आरिफ नूरी आदि दिन रात जुटे हैं।