बरेली। उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने के बाद जहां उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है, वहीं बरेली स्थित वायुसेना का त्रिशूल एयरबेस भी अलर्ट मोड पर है। राहत और बचाव कार्य के लिए यहां से दो हेलीकाप्टर जोशीमठ भेजे गए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर स्वयं यह जानकारी दी है। हालांकि एयरफोर्स की तरफ से ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है। 

गौरतलब है कि बरेली में त्रिशूल एयरबेस के साथ ही थलसेना का यूबी एरिया मुख्यालय और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) का सेंटर भी है। इसके अलावा फत्हगंज पश्चिम के भिटौरा में बीएसएफ की छावनी है। ऐसे में राहत एवं बचाव कार्य में बरेली की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है। गौरतलब है कि आपदा के बाद से स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अलावा एसडीआरएफ, एनडीआरअफ के साथ ही आइटीबीपी के जवान भी राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।

आपको याद होगा कि रविवार को चमोली के रौठी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर गिर गया था जिससे ऋषि गंगा नदी में विकराल बाढ़ आ गई और भारी तबाही हुई। इस आपदा में कई लोग बह गए जिनमें से 18 के शव बरामद कर लिये गए हैं जबकि 200 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं।

गौरतलब है कि रविवार को चमोली के रौठी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर गिर गया जिससे ऋषि गंगा नदी में विकराल बाढ़ आ गई और भारी तबाही मची। इस सैलाब में कई लोग बह गए जिनमें से 18 के शव बरामद कर लिए गए हैं और 200 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। इस आपदा से ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और एनटीपीसी प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है।

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