लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए लागू किए गए संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान कुछ लोगों की लापरवाही ने योगी आदित्यनाथ सरकार का सिरदर्द बढ़ा दिया है। खासकर, निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात से जुड़े कुछ लोगों के कोरोना संक्रमित पाये जाने और इसी जमात से जुड़े कई विदेशियों के लखनऊ की कुछ मस्जिद में मिलने के बाद सरकारी अमले की सतर्क कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपना मेरठ और आगरा दौरा रद्द कर राजधानी लौट आये और अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर में तब्लीगी जमात में शिरकत करने वाले लोगों की तलाश करने के साथ ही इन सभी को क्वारंटाइन करने का निर्देश भी दिया है।
मुख्यमंत्रक्षी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन का पूरी तरह पालन हो। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी की जमात से जुड़े हुए लोगों की तेज़ी से तलाश की जाए। जहां मिलें, उन्हें तत्काल क्वारंटाइन किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता पढ़ने पर आपात सेवा के लिए सेना के सेवानिवृत्त मेडिकल अफसरों के साथ ही साथ पूर्व स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सेवा लें।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास उन लोगों का पूरा आंकड़ा मौजूद हैं, जिन्हें उत्तर प्रदेश की सीमाओं से प्रदेश के अंदर अलग-अलग हिस्सों में भेजा गया है। इन सभी लोगों को हर हाल में चिन्हित कर लिया जाए। इनको हर हाल में क्वारेंटाइन रखा जाए।