बरेली। पिछले कई दिनों से चल रही पूर्वी हवाओं ने अंगड़ाई ली और शुक्रवार रात सर्द हवाओं के बीच आसमान को काले बादलों ने घेर लिया। अल सुबह से पहले ही बारिश शुरू हुई बारिश रुक-रुक कर दिन पर होती रही। शनिवार को दिन भर हाड़कपा देने वाली सर्द हवा के बीच रिमझिम वर्षा होती रही। इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा लेकिन इस बरसात ने किसानों के चेहरे खिला दिये।
जानकारों के अनुसार पूस माह में होने वाली बूंदाबांदी गेहू, चना, मसूर व तिलहनी फसलों के लिए वरदान मानी जाती है। वर्तमान में गेहू की खेती में दूसरा पानी लगाने का समय निकट था, छैती फसलों में किसान भौतिक साधनों से सिचाई कर रहे थे। आज प्रातः सें हुई वर्षा से आलू, बन्दगोभी की फसल को छोड़कर सभी फसलो को खासा लाभ मिलने की उम्मीद है।
सब्जी उत्पादक राजेन्द्र कुमार मौर्य का कहना है कि आज की वर्षा से बैंगन, सेम और गेंहू व तिलहनी फसलों की रिकार्ड पैदावार होने की सम्भावना है। इस बीच शनिवार को जिले भर के स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों की छुट्टी रही। इसके लिए जिला प्रशासन ने शुक्रवार को ही आदेश जारी कर दिया था।
आज दिन भर लोग केवल जरूरी कार्यों के लिए ही घर से निकले। रेलवे स्टेशन, रोडवेज पर भी भीड़ बहुत कम रही। शहर के निचले हिस्सों की सड़कों पर जलभराव की स्थिति रही। दिन भर धूप के दर्शन नहीं हुए। लोग घरों में दुबके रहे। कई जगह मजबूरी में घरों से निकले लोग अलाव से भी हाथ सेंकते देखे गये।