संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभसंचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ

साफ-सफाई और साबुन से हाथ धोने की आदत बहुत सी बीमारियों से रखेगी दूर : डॉ डीसी वर्मा

 –आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जा कर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और जेई के बारे में की देंगी जानकारी

-15 से 30 अप्रैल तक चलेगा दस्तक अभियान

दस्तक अभियान में क्षय रोगियों की भी की जायेगी पहचान

 बरेली :  “घर व आसपास साफ-सफाई न होने और जलजमाव की वजह से मच्छर पनपते हैं और इससे डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया जैसी बीमारियां फैलती हैं। इससे बचने के लिए साफ-सफाई और जागरूकता बहुत जरूरी है। जागरूक करने के लिए ही संचारी रोग नियंत्रण के साथ दस्तक अभियान शुरू किया जा रहा है।“ मीरगंज विधायक डॉ डीसी वर्मा ने शनिवार को मीरगंज सीएचसी में अभियान का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर डॉ डीसी वर्मा और सीएमओ डॉ बलवीर सिंह ने जागरूकता रैली की भी शुरुआत की।

डॉ वर्मा ने कहा कि सभी की मदद से जनपद में कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। अब मच्छर और अन्य जीव-जंतुओं से फैलने वाली बीमारियों के रोकथाम की जरूरत है। डॉ बलवीर सिंह ने कहा कि बीमारी होने से पहले ही बचाव कर लिया जाए तो अच्छा है । लोगों को अपने स्वास्थ्य के  प्रति जागरूक होना चाहिए। जनता के स्वास्थ्य के लिए सरकार जरूरी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि डिप्थीरिया जैसी बीमारी से बच्चों को बचाने के लिए स्कूलों में जाकर 5 साल, 10 साल और 16 साल के बच्चों का टीकाकरण कराएं।

डॉ. सिंह ने कहा,  मच्छरों से डेंगू, जेई, मलेरिया,  चिकनगुनिया जैसे खतरनाक  रोग फैलते हैं। बचाव  के लिए सामान्य साफ-सफाई, नालियों की सफाई और  झाड़ियों की कटाई जरूरी है। उथले हैंडपंप का पानी नहीं पीना चाहिए। पीने वाले हैंडपंप में पीला निशान लगाया जाता है। पीने के पानी का उपयोग इसी हैंडपंप से करना चाहिए जिससे पानी से होने वाली बीमारियां नहीं होंगी। इसके अलावा पानी को उबालकर ठंडा कर पीना सबसे अच्छा उपाय है।

15 से 30 अप्रैल तक चलेगा दस्तक अभियान

सीएमओ डॉ बलवीर सिंह ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी संचारी रोगों की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय अपनाते हुए 2 से 30 अप्रैल तक व्यापक विशेष संचारी नियंत्रण अभियान एवं 15 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जायेगा। इस बार दस्तक अभियान में एएनएम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जाकर जन समुदाय को संचारी रोगों से बचने के बारे में जानकारी देंगी। इसके साथ ही जागरूकता सर्वेक्षण और हर घर से क्षय रोग के संभावित रोगियों की  जानकारी भी एकत्र करनी है। यदि कोई  संभावित रोगी मिलता है तो रोगी का नाम, पता और मोबाइल नम्बर आदि जानकारी फार्मेट में एकत्र की जायेगी। दिमागी बुखार के कारण दिव्यांग हुए लोगों और कुपोषित बच्चों की सूचना भी एकत्र की जायेगी। प्रतिदिन शाम को क्षेत्रीय एएनएम के माध्यम से अभियान की रिपोर्ट ब्लाक स्तरीय प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजी जायेगी।

उन्होंने बताया कि अभियान में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर के दरवाजे पर एक स्टीकर लगाएंगी। मीरगंज सीएचसी के अधीक्षक डॉ  अमित कुमार ने आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और संगिनी से बात कर उन्हें संचारी रोग अभियान की महत्वपूर्ण जानकारी दी।

इस अवसर पर  यूनिसेफ के मंडल समन्वयक आरिफ हसन, यूनिसेफ के जिला समन्वयक इरशाद हसन खान और फैमिली हेल्थ इंडिया कार्यक्रम के सहायक प्रशांत मांजरेकर उपस्थित रहे।

इसका रखें ध्यान

– डेंगू, चिकनगुनिया फैलाने वाला एडीज मच्छर दिन में काटता है एवं ठहरे हुए पानी में पनपता है।

– जापानी बुखार एवं फाइलेरिया फैलाने वाले क्यूलेक्स मच्छर रात में काटते हैं और रुके हुए पानी में पनपते हैं।

– एनाफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया फैलता है। यह साफ ठहरे हुए पानी में पनपता है।

error: Content is protected !!