बरेली @BareillyLive. बस रोककर यात्रियों को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निष्कासित किये गये बरेली डिपो के कंडक्टर ने आत्महत्या कर ली। वह मैनपुरी का रहने वाला था और वहीं उसने ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी की। कंडक्टर की मौत के बाद बरेली डिपो के कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। उन्होंने काम का बहिष्कार कर दिया। परिवार के लोगों के अनुसार नौकरी जाने के बाद से मोहित तनाव में थे। आरोप है कि अधिकारियों ने उसका पक्ष जाने बिना एकतरफा कार्रवाई की थी।
बता दें कि मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र के गांव नगला खुशाली निवासी 36 बर्षीय मोहित यादव पुत्र राजेंद्र यादव बरेली डिपो में बस कंडक्टर थे। उन पर आरोप लगा था कि मोहित ने 3 जून की रात दो यात्रियों को नमाज अदा करने के लिए बस रुकवाई थी। इसका वीडियो वायरल होने के बाद मोहित की संविदा समाप्त कर दी गई थी। नौकरी जाने के बाद मोहित यादव मैनपुरी के अपने गांव आकर रहने लगे थे।
रविवार शाम वह घिरोर स्थित मकान पर जाने के लिए गांव में स्थित घर से निकले थे, लेकिन वहां नहीं पहुचें। सोमवार को तलाश करने पर उनका शव घिरोर क्षेत्र में कोसमा के पास रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। परिजन घटना को आत्महत्या बता रहे हैं। पिता राजेंद्र यादव ने बताया कि मोहित ने नमाज के लिए बस नहीं रोकी थी। कुछ यात्रियों ने उनसे लघुशंका जाने के लिए कहा था। इसलिए उन्होंने बस रुकवाई थी। इस दौरान कुछ यात्री बस से उतरकर नमाज पढ़ने लगे थे। इसमें मोहित का कोई दोष नहीं था।
घिरोर थानाध्यक्ष भोलू सिंह भाटी ने बताया कि कंडक्टर के मामले में जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।