RBCET bareillyबरेली। रक्षपाल बहादुर इंस्टीट्यूट के आॅडिटोरियम में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का विषय था –टेक्नोलाॅली फाॅर डवलपमेण्ट: इश्यूज, चैलेन्ज एण्ड अपाॅर्चुनिटीज़।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में नवीन प्रसाद माथुर ने अपने वक्तव्य में इजंीनियर आरै टक्ैनोलाॅजिस्ट का अन्तर स्पष्ट किया। निदेशक (इंजीनियरिंग) डा0 विनीत अग्रवाल ने राष्ट्रीय कान्फ्रेंस तथा इसके विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने इंजीनियर्स द्वारा विकसित किये गये नये-नये आविष्कारों पर चर्चा की और सेमिनार के प्रमुख बिन्दुओं के बारे में बताया।

इसके उपरान्त निदेशक डाॅ0 नीरज सक्सेना ने टक्ैनोलाॅजी में समय के साथ आने वाले बदलावों के बारे में चर्चा की। उन्होंने ब्रेन मशीन इन्टरफेस, मेडिकल, इन्टरटेनमेंट, एजुकेशन, 7 डी इफेक्ट जैसे क्षेत्रों में नई तकनीकियों के समावेश की जानकारी दी। बताया गया कि जल्द ही मशीनें भी इंसान की भावनाएं समझने लगेंगी।

प्रमुख वक्ता शाश्वत गुप्ता ने एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग सिस्टम तथा मैन्युफैक्चरिंग इन्डस्ट्रीज एवं उनके विकास में आने वाली चुनौतियों का विस्तार से वर्णन किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्थान की अधिशासी अध्यक्षा वीना माथुर, प्रबन्ध निदेशक नवीन प्रसाद माथुर, मुख्य अतिथि आईआरएसएमई के शाश्वत गुप्ता माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
द्वितीय सेशन में अतिथि वक्ता डाॅ. विशाल सक्सेना, एम.जे.पी.आर.यू., बरेली ने कूलिंग की विभिन्न तकनीकों के बारे में छात्रों को अवगत कराया तथा दूरदर्शन केन्द्र बरेली के एस.एन.एच. अबीदी ने छात्रों को विभिन्न तकनीकियों द्वारा सिग्नल प्रसारण के बारे में जानकारी दी।

सेमिनार में संस्थान के इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न तकनीकियों के बारे में अपने
विचार प्रेजेन्टेशन के द्वारा व्यक्त किये और ज्ञानवर्धन हेतु प्रश्नोत्तर कार्यक्रम भी हुआ। इस कार्यक्रम में संस्थान
के मेरिट में आने वाले छात्र-छात्राओं का सम्मान भी किया गया।

कार्यकम का संचालन स्टेज कमेटी में सम्मिलित जोहेब, निधि मल, जयशिवेन्द्र सिंह, गौरव सिंह, प्रियंका इत्यादि द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डा0 राजेश वर्मा, डा0 आशीष मिश्रा, मयंक प्रकाश अग्रवाल, अंशू अग्रवाल, अमित जौहरी, गौरव सिंह सहित सभी शिक्षकों का सहयोग रहा।

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