बरेली, 8 फरवरी। श्रीराम मूर्ति कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में सोमवार को दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया। श्रीराम मूर्ति के 106वें जन्मदिवस पर आयोजित इस दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को संस्कारित रहने की सीख के साथ उपाधियां, प्रशस्ति पत्र और पदक प्रदान किये गये। समारोह में बीटेक, बीफार्मा, एमबीए, एमसीए, एमटेक, एम फार्मा, श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लखनऊ के सत्र 2014-15 में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को उपाधियां, प्रशस्ति पत्र और पदक दिए गए। सम्मान पाकर विद्यार्थियों के हौसलों और पंख लग गये।
समारोह की अध्यक्षता डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार होना चाहिए। कहा कि केवल डिग्री लेने भर से योग्य नहीं हो सकते। जीवन में व्यक्ति का व्यवहार ही उसकी पहचान होता है। उन्होंने कहा कि जीवन मूल्यों पर भी कोर्स होने चाहिए। कहा कि भाषा में तकनीकी, प्रबंधन और मेडिकल की भाषा नहीं विकसित कर पाए हैं। देश में हर जगह शिक्षा न पहुंच पाने की सबसे बड़ी वजह यही है। उन्होंने यह भी कहा कि डायनासोर के बाद विलुप्त होने वाली प्रजाति शिक्षक ही है। इसके लिए शिक्षकों को पढ़ाने के अपने पुराने ढर्रे को खत्म करना होगा। शिक्षकों और छात्रों को साथ-साथ काम करके आगे बढ़ना होगा, क्योंकि आज का युवा ज्यादा रचनात्मक है।
जीबी पंत विश्वविद्यालय पंतनगर के प्रो. मंगला राय ने कहा कि हमारी अंतर आत्मा हमें सही राह दिखाती है, वो भविष्य में हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में भी सहायक होती है। रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुशाहिद हुसैन ने कहा कि जो सपने देखते हैं, उन्हीं के सपने साकार होते हैं। उन्होंने सकारात्मक सोच रखने पर जोर दिया। कार्यक्रम से पहले एसआरएम ट्रस्ट के चेयरमैन देवमूर्ति ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने सफलता का मूलमंत्र बताया। उन्होंने ट्रस्ट की उपलब्धियां भी गिनाईं। डीन एकेडमिक डॉ. प्रभाकर गुप्ता ने ट्रस्ट की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन अमर प्रताप ने किया और ट्रस्ट प्रशासक सुभाष मेहरा ने आभार व्यक्त किया।
मेडल और पुरस्कार मिले तो झूूम उठे विद्यार्थी
बीटेक में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर निरूपमा गुप्ता को श्रीराम मूर्ति गोल्ड मेडल और 51 हजार रुपये नगद पुरस्कार, बीटेक में दूसरा पुरस्कार पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र विकल्प महेंद्रा को श्रीराम मूर्ति सिल्वर मेडल और 41 हजार रुपये नगर पुरस्कार, बीटेक में तीसरे स्थान पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र अनंत नारायण को श्रीराम मूर्ति ब्रांज मेडल और 31 हजार रुपये नगर पुरस्कार, ऑल राउंडर छात्र वैभव चौधरी को प्रेम प्रकाश गुप्ता चैरिटेबल फाउंडेशन गोल्ड मेडल दिया गया।
कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग में अपने बैच में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्रा रतिका गुप्ता को सुभाष मेहरा गोल्ड मेडल और 21 हजार रुपये, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में अपने बैच में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्रा निरूपमा गुप्ता को डॉ. उषा मेहरा गोल्ड मेडल, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स में ब्रांच टॉपर अनंत नारायण को ईपीएन गुप्ता मेडल, मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ब्रांच टॉपर पारस गुलाटी को डॉ. आशा गुप्ता गोल्ड मेडल और 21 हजार रुपये, इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी में ब्रांच टॉपर दीक्षा को श्रीलक्ष्मी भूषण वार्ष्णेय गोल्ड मेडल और 21 हजार रुपये, क्रीड़ा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए ज्योति सिंह को विशेष पुरस्कार दिया गया।
एमसीए में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्रा शुरुति मित्तल को श्रीराम मूर्ति गोल्ड मेडल और 21 हजार रुपये नगर पुरस्कार मिले। इसी तरह एमबीए में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दिव्या गुप्ता श्रीराम मूर्ति गोल्ड मेडल दिया गया। श्रीराम मूर्ति स्मारक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लखनऊ के बीटेक में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्रा नीरजा देवी को श्रीराम मूर्ति गोल्ड मेडल एवं 51 हजार रुपये नगर पुरस्कार, श्रीराम मूर्ति स्मारक वूमेंस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की बीटेक में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्रा सुरभि मित्तल को श्रीराम मूर्ति गोल्ड मेडल और 51 हजार रुपये नगर पुरस्कार मिले।